UP: मुख्तार और मुन्ना बजरंगी के शूटरों को भी बेच चुका है पिस्टल, जानें मिठाई लाल का इतिहास; छह आरोपी चिह्नित
Varanasi News: एसटीएफ और कैंट पुलिस ने एक असलहा तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके पास से असलहे और कारतूस भी बरामद हुए हैं। आरोपी मिर्जापुर का रहने वाला है। वह पहले भी जेल जा चुका है। वह मुख्तार और मुन्ना बजंरगी को भी असलहा बेच चुका है।
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पूर्वांचल के शूटरों को असलहा और कारतूस मुहैया कराने वाला तस्कर मिठाई लाल 2005 से धंधे में है। पुलिस और एसटीएफ ने बताया कि माफिया मुख्तार अंसारी और बागपत जेल में मारे गए माफिया मुन्ना बजरंगी के शूटरों तक को मिठाई कारतूस और असलहा मुहैया करा चुका है।
वाराणसी समेत गाजीपुर, मऊ, बलिया, आजमगढ़, जौनपुर और मिर्जापुर, सोनभद्र, चंदौली के जुर्म जरायम से जुड़ाव रखने वालों के जुबान पर मिठाई का नाम हुआ करता था। कैंट पुलिस और एसटीएफ की पूछताछ में मिठाई ने बताया कि वह कमरे पर किसी को नहीं बुलाता था।
माल दिखाने से लेकर बिक्री तक की प्रक्रिया बाहर ही होती थी। मुंगेर के कुछ असलहा तस्कर भी जुड़े हुए हैं। पूर्वांचल में .32 बोर की पिस्टल का क्रेज ज्यादा है। रिवॉल्वर और देसी तमंचा कम बजट वाले लेते हैं।
जेल से जमानत पर छूटकर बाहर निकलने वाले ज्यादातर पिस्टल ही खरीदते हैं। पुलिस के अनुसार मिठाई लाल को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। किन-किन लोगों को असलहा बेचा और कौन वह लोग है जो ऑर्डर पर असलहे तैयार कराते थे।
असलहा खरीदने वाले छह आरोपी चिह्नित, कानपुर में चलाता था ट्रक
डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि अब तक की पूछताछ में मिठाई लाल ने शहर के छह व्यक्तियों के नाम लिए हैं, जो असलहा खरीद चुके हैं। पियरी, लक्सा, दालमंडी और बड़ागांव क्षेत्र के लोग बताए गए हैं। सभी की गिरफ्तारी भी होगी। मिठाई लाल पहले कानपुर में ट्रक चलाता था। फिर धीरे-धीरे ट्रक रिपेयरिंग सीख गया। कुछ लोगों के संपर्क में आकर असलहे की तस्करी में कूद गया।
ट्रक की स्टेयरिंग से देसी तमंचा बनाने लगा। दूसरी कक्षा तक पढ़े मिठाई लाल ने चौकाघाट और पिशाचमोचन से पुराने स्टेयरिंग लेता था और घर पर देसी तमंचा तैयार करता था। पिस्टल की मांग पर वह मुंगेर से असलहा लाकर बेचता था। किसी हत्या में इस्तेमाल होने वाले पिस्टल को लेकर कुछ अपराधियों ने मिठाई से संपर्क किया था और नाइन एमएम की पिस्टल का ऑर्डर दिया था।
चार साल से चल रही थी अवैध शस्त्र फैक्टरी, असलहे मिले, तस्कर गिरफ्तार
सारनाथ थाना क्षेत्र के रूपनपुर में अवैध शस्त्र फैक्टरी का यूपी एसटीएफ और कैंट पुलिस ने भंड़ाफोड़ किया है। फैक्टरी संचालक और असलहा तस्कर मिठाई लाल चौधरी को कैंट पुलिस ने मंगलवार रात कैंट स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार से गिरफ्तार किया। चार साल से किराये के मकान में अवैध शस्त्र फैक्टरी चल रही थी। फैक्टरी से असलहों का जखीरा बरामद हुआ।
मिर्जापुर के अदलहाट थाना क्षेत्र के भुइली खास निवासी मिठाई लाल चौधरी को कोर्ट ने जेल भेज दिया। डीसीपी प्रमोद कुमार ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सारनाथ के रूपनपुर में किराये पर रहता था। ऑर्डर पर अवैध असलहा तैयार करता था। संयुक्त टीम ने मिठाई लाल की निशानदेही पर रूपमपुर के मकान से असलहों का जखीरा, उपकरण और अन्य सामान बरामद किए।
यह है आपराधिक इतिहास
डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने बताया कि मिठाई असलहे तैयार कर वाराणसी समेत पूर्वांचल के विभिन्न जिलों में बेचता था। मकान मालिक को भनक तक नहीं लगने दी। लोगों को लगता था कि यह मिस्त्री है। टीम ने फैक्टरी से 9 एमएम की दो पिस्टल, 32 बोर की एक पिस्टल, अर्द्धनिर्मित रिवॉल्वर 32 बोर, 34 कारतूस, 4 मैग्जीन 32 बोर की, 1 मैग्जीन 9 एमएम, रेती, पेचकस, हथौड़ी, ड्रिल मशीन, ग्राइंडर ब्लेड, ड्रिल बिट, अदद कटर मशीन, स्टील रॉड समेत अन्य उपकरण बरामद किए।
छह बार जा चुका है जेल
मिठाई लाल के खिलाफ वाराणसी के कैंट, मंडुवाडीह और सारनाथ थाने में 2005 से लेकर 2025 तक आर्म्स एक्ट में छह मुकदमे दर्ज हैं। एसटीएफ की पूछताछ में मिठाई लाल ने बताया कि वह घर पर तैयार करने वाले असलहों को 25 से 30 हजार में बेचता है। मुंगेर से असलहा लाने पर उसे 50 से 60 हजार में बेचता था। 6 बार जेल भी जा चुका है। मिठाई ने बताया कि असलहा बनाने से लेकर उसे बेचने तक का काम वह खुद करता था। वह 25 साल में सिर्फ पांच बार ही जेल गया।
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