Varanasi News : महाकुंभ यात्रा की परेशानी, दो स्पेशल ट्रेनें लोहता में टर्मिनेट, चार किमी पैदल चले यात्री
महाकुंभ और झूंसी से श्रद्धालुओं को लेकर बनारस स्टेशन आ रही दो स्पेशल ट्रेनें लोहता में टर्मिनेट कर दी गई। इसका नतीजा ये हुआ कि श्रद्धालु चार किमी पैदल चलकर अपने गंतव्य पहुंचे और व्यवस्था को कोसते नजर आए।

विस्तार
प्रयागराज से बनारस आवाजाही वाली ट्रेनें ठसाठस हैं। बनारस स्टेशन पर लगातार भीड़ बढ़ने के दौरान शनिवार की दोपहर 12 बजे महाकुंभ से बनारस आने वाली दो स्पेशल ट्रेनों को लोहता में शाॅर्ट टर्मिनेट कर दिया गया। लोहता स्टेशन से शहर की ओर जाने के लिए श्रद्धालु यात्रियों को कोई साधन नहीं मिला। ऐसे में लोहता से चांदपुर कलेक्ट्री फाॅर्म चौराहा का रास्ता लगभग चार किमी पैदल ही तीन हजार श्रद्धालु तय किए। यहां से फिर उन्हें साधन मिला।

रेल अधिकारियों ने बताया कि बनारस स्टेशन पर भीड़ का दबाव अधिक था, इस वजह से महाकुंभ झूंसी से आने वाली दो स्पेशल ट्रेनों को लोहता में ही रोक लिया गया। ताकि बनारस स्टेशन पर दबाव कम हो सके। कोच खाली होने के बाद दोनों ट्रेनों को बनारस स्टेशन भेजा गया।
महाकुंभ से लौटने वाले रेल यात्री अजीत शुक्ला और अमन दुबे ने बताया कि अचानक ट्रेन को लोहता में शाॅर्ट टर्मिनेट कर दिया गया। बनारस स्टेशन पर परिजन इंतजार कर रहे थे। इसके बाद लोहता से शहर की ओर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिली।
महाशिवरात्रि तक यही ट्रिक अपनाएगा रेलवे
रेल अधिकारियों ने महाशिवरात्रि पर भीड़ प्रबंधन के तहत स्टेशनों के लिए विशेष योजना तैयार की है। तय किया कि बनारस स्टेशन पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए नजदीकी छोटे-छोटे स्टेशनों पर स्पेशल ट्रेनों को रोका जाएगा। महाकुंभ से लौटने वाली स्पेशल ट्रेनों प्रयागराज-बनारस रेल खंड के चौखंडी, लोहता आदि स्टेशनों पर रोका जाएगा।
पोस्ट ऑफिस में पांच हजार से ज्यादा पैकेट पार्सल डंप
महाकुंभ के दौरान पोस्ट ऑफिस में पार्सल की डिलिवरी नहीं हो पा रही है। प्रधान डाकघर विशेश्वरगंज और छावनी में लगभग पांच हजार पार्सल पैकेट डंप पड़े हुए हैं। इससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है।
काशी व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष राकेश जैन ने बताया कि पोस्ट ऑफिस से पार्सल पैकेट भेजना आसान है। यहां सस्ते दर पर पार्सल बुक होता है। पोस्ट ऑफिस का पार्सल डेढ़ से दो माह तक डिलिवरी नहीं हो पा रहा है। डाक घर में पार्सल डंप हैं। डिलिवरी कब होगी, कोई बताने वाला नहीं है।
वाराणसी। महाकुंभ के अंतिम सप्ताह में भी श्रद्धालुओं की भीड़ से ट्रेनें और कैंट स्टेशन परिसर पटा हुआ है। स्पेशल और नियमित ट्रेनों की भीड़ से शनिवार की शाम कैंट स्टेशन का नया एफओबी पूरी तरह से चोक हो गया। यात्रियों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया।
इस स्थिति में आरपीएफ, जीआरपी ने भीड़ को नियंत्रित किया। प्लेटफाॅर्मों की सीढि़यों पर भी यात्रियों की भीड़ चपी रही। वहीं, महाकुंभ जाने वाली स्पेशल और नियमित ट्रेनों के कोच में पहले सवार होने को लेकर यात्रियों में धक्का मुक्की हुई। रात में होल्डिंग एरिया भी फुल हो गया।
महाकुुंभ में एक हफ्ते का समय शेष होने के कारण अब लंबी दूरी की ट्रेनें भी ठसाठस भरी आ रही हैं। स्पेशल में तो सीटों की अपेक्षा दोगुने यात्री सवार हो रहे हैं। पूर्वोत्तर राज्यों से लगायत पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार से वाराणसी होकर महाकुंभ जाने वाली ट्रेनें फुल हैं।
सर्कुलेटिंग एरिया, सभी यात्री हाॅल, एफओबी और दोनों गेट के होल्डिंग एरिया में सिर्फ श्रद्धालुओं की भीड़ है। रेल अधिकारियों के अनुसार महाशिवरात्रि पर और भी भीड़ बढ़ने का अनुमान है। वर्तमान में दो से ढाई लाख रोजाना यात्रियों की आवाजाही हो रही है। महाशिवरात्रि पर यह आंकड़ा दो से ढाई गुना और बढ़ने का अनुमान है।