ये कैसी व्यवस्था: वाराणसी कैंट स्टेशन पर तीन वाहन स्टैंड, दो का किराया अलग- अलग; यहां पढ़ें- पूरी रिपोर्ट
Varanasi News: वाराणसी के कैंट स्टेशन पर वाहन तीन वाहन स्टैंड में से दो का किराया एक है, जबकि एक का किराया बाकी दोनों से काफी कम है। एक स्टैंड पर 24 घंटे के लिए 25 रुपये किराया देना पड़ता है, जबकि दूसरे पर केवल 15 रुपये।
विस्तार
रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की मोटरसाइकिल और कार को स्टैंड में रखने के नाम पर मनमानी की जा रही है। स्थिति यह है कि कैंट रेलवे स्टेशन पर चलने वाले तीन स्टैंड में दो के रेट एक जैसे हैं, जबकि एक स्टैंड का किराया बाकी दोनों से काफी कम है।
इसी स्टेशन पर मुख्य द्वार के पास स्थित एक स्टैंड पर 24 घंटे के लिए 25 रुपये किराया देना पड़ता है, जबकि दूसरे पर केवल 15 रुपये। यही नहीं, हेलमेट रखने और महीने भर तक मोटरसाइकिल रखने का किराया भी अलग-अलग है। तुलना करें तो कैंट स्टेशन की अपेक्षा बनारस और वाराणसी सिटी स्टेशन पर साइकिल/मोटरसाइकिल स्टैंड का किराया कम है।
इस समय स्टेशन पर दूसरे द्वार के पास एक स्टैंड, मुख्य प्रवेश द्वार के बगल में एक और आरक्षण काउंटर के पास एक मोटरसाइकिल स्टैंड चल रहा है। तीनों स्थानों पर मिलाकर हर दिन करीब दो हजार से अधिक मोटरसाइकिलें खड़ी की जाती हैं।
केस-1
केस-2
भिटारी इलाके के रवि अपने बड़े भाई को 1 दिसंबर को कैंट स्टेशन छोड़ने गए। उन्होंने अपनी बाइक खड़ी की तो मैन्युअल रसीद मिली, जिसमें 4 घंटे के लिए 25 रुपये लिखा था और गाड़ी का नंबर पेन से लिखा गया था। जबकि पहले कंप्यूटर-प्रिंटेड रसीद पर गाड़ी नंबर और समय प्रिंट होता था। इसी स्टेशन पर आरक्षण काउंटर के पास स्थित स्टैंड पर 24 घंटे के लिए केवल 15 रुपये लिए जा रहे हैं। रवि ने कहा कि एक ही स्टेशन पर अलग-अलग रेट नहीं होने चाहिए।
कैंट स्टेशन- प्लेटफॉर्म नंबर 9 और मेन गेट का किराया
- 0-6 घंटे - 10 रुपये
- 0-12 घंटे - 15 रुपये
- 0-24 घंटे - 25 रुपये
- 2 घंटे के बाद 12 घंटे तक - 15 रुपये
- 1 महीने का किराया - 100 रुपये
- हेलमेट 24 घंटे तक - 0 रुपये
कैंट स्टेशन - आरक्षण काउंटर के बगल में
- 0-1 घंटे - 10 रुपये
- 12-24 घंटे - 15 रुपये
- 24 घंटे के बाद प्रतिदिन - 15 रुपये
- 1 महीने का किराया - 200 रुपये
- हेलमेट 24 घंटे तक - 4 रुपये
क्या बोले अधिकारी
कैंट रेलवे स्टेशन परिसर में दूसरे प्रवेश द्वार पर यात्री अगर अपने वाहन से किसी को छोड़ने या वापस ले जाने आते हैं तो उनसे किसी तरह से कोई किराया नहीं लिया जा सकता है। ऐसा करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यहां दो स्टैंड पर अलग-अलग किराया लिया जा रहा है तो इस पर भी जिम्मेदार लोगों से बातचीत की जाएगी। -बीके यादव, एडीआरएम, उत्तर रेलवे