Amar Ujala Impact: काल भैरव मंदिर में 'दर्शन दलाली' का जाल उजागर, अमर उजाला की रिपोर्ट से प्रशासन में हड़कंप
काशी के प्रसिद्ध बाबा काल भैरव मंदिर में गर्भगृह तक सीधे दर्शन कराने की सुविधा के नाम पर श्रद्धालुओं से मोटी रकम वसूली जा रही थी। अमर उजाला में रविवार को प्रकाशित विशेष रिपोर्ट 'काल भैरव में दलालों की कोतवाली, 500 से 1100 में बिक रहे गर्भगृह से दर्शन' के बाद जिला प्रशासन और पुलिस दोनों हरकत में आया और संदिग्ध युवकों को पकड़ा गया।
विस्तार
काल भैरव मंदिर में रुपये लेकर दर्शन कराने के मामले में कोतवाली पुलिस ने रविवार को पहली बार 10 आरोपियों को मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया। इससे पहले ऐसी कार्रवाई नहीं हुई थी। आरोपियों के खिलाफ शांति भंग सहित अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने दूसरे दलालों को भी चिह्नित किया है। कुछ सेवादारों की भूमिका की भी जांच कराई जा रही है। मंदिर के महंत परिवार और कुछ सेवादारों को कोतवाली में बुलाकर पूछताछ की गई है। इस मुद्दे को रविवार के अंक में प्रमुखता से उठाया गया था।
गिरफ्तार आरोपियों में राजमंदिर निवासी सोनू कन्नौजिया, सिगरा निवासी रुद्र उर्फ विवेक, बिहार के समस्तीपुर बिरहा निवासी संतोष कुमार, रामघाट निवासी साहिल मिश्रा, दशाश्वमेध निवासी रंजीत, बुलानाला निवासी अभिषेक यादव, तेलियाना फाटक निवासी विपिन शर्मा, त्रिपुरा भैरवी घाट निवासी रोशन ठाकुर, लोहता के भड़वरा पाल बस्ती निवासी हर्ष सिंह और चंदौली के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के चंदासी निवासी चंद्रलोकीनाथ का नाम शामिल है। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे लोग मंदिर के आसपास पूजा की सामग्री बेचते हैं। यदि कोई मिलता है तो उसे दर्शन कराने में मदद करते हैं।
मंदिर के महंत परिवार से जुड़े सात-आठ लोग थाने पहुंचे
मंदिर में गर्भगृह तक सीधे दर्शन कराने की सुविधा के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपये वसूलने का नेटवर्क कितना मजबूत था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पकड़े गए आरोपियों के कोतवाली पहुंचते ही मंदिर के महंत परिवार से जुड़े लगभग सात-आठ लोग भी पहुंच गए। कुछ के परिजन भी आ गए।
उनका कहना था कि उनके बच्चों को पुलिस गलत उठा लाई। ये लोग शाम करीब 4:57 बजे तक कोतवाली में जमे रहे और आरोपी युवकों को छोड़ने के लिए पैरवी करते रहे। जब पुलिस ने साफ कर दिया कि मामले में कानूनी कार्रवाई होगी। साथ ही जांच आगे बढ़ेगी, तो पैरवी करने वालों की बेचैनी बढ़ गई। इस दौरान माहौल गरम रहा। शाम करीब 6 बजे के बाद पुलिस ने हिरासत में लिए गए युवकों का शांति भंग समेत अन्य आरोपों में चालान कर दिया।
एसीपी कोतवाली और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को निर्देशित किया गया है कि गोपनीय तरीके से काल भैरव मंदिर में जांच कराएं। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करें। मंदिर परिसर के सीसी कैमरों और कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी करें। - गौरव वंशवाल, डीसीपी काशी
भ्रष्टाचार की जड़ तक पहुंचेगी पुलिस
कोतवाली पुलिस अब जांच कर रही है कि अवैध दर्शन की व्यवस्था में किस स्तर तक संलिप्तता है। किस-किस की भूमिका लंबे समय से बनी हुई थी। अमर उजाला की पड़ताल के बाद शुरू हुई यह कार्रवाई प्रशासन के लिए एक बड़ी परीक्षा मानी जा रही है, क्योंकि भक्तों की आस्था से जुड़े इस संवेदनशील मामले में लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
रविवार को आते हैं डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु
काशी के कोतवाल के दर्शन के लिए सामान्य दिनों में करीब 60-70 हजार श्रद्धालु आते हैं। रविवार को श्रद्धालुओं की यह संख्या डेढ़ से दो लाख तक पहुंच जाती है। दलालों की सक्रियता से श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। जो रुपये देते हैं, वे आराम से गर्भगृह में जाकर दर्शन करते हैं। सामान्य श्रद्धालुओं को दिक्कत होती है।
इस खबर के बाद हरकत में आया प्रशासन
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