World Aids Day: तीन साल में 2201 एचआईवी संक्रमित, इनमें 20 फीसदी युवा; जानें बीएचयू और जिला अस्पताल का हाल
Varanasi News: विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विभिन्न संस्थाओं की ओर से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इस बीच, वाराणसी के जिला अस्पताल और बीएचयू एआरटी सेंटर से जो आंकड़े मिले हैं वह चाैंकाने वाले हैं।
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जिले में अस्पतालों में तीन वर्षों में काफी तेजी से एचआईवी के मरीजों में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से चलाए जा रहे तमाम जागरूकता अभियानों के बावजूद एचआईवी संक्रमित मरीजों के आंकड़े चौंकाने वाले हैं।
बीएचयू और जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, तीन वर्षों में 2201 मरीज एचआईवी संक्रमित हैं। इनमें तकरीबन 20 फीसदी युवा हैं। साथ ही तकरीबन 40 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग हैं, जो जानकारी के अभाव में एचआईवी संक्रमित हो गए।
एआरटी सेंटर आने पर बीमारी सामने आई, जिसके बाद सभी मरीजों को डॉक्टर दवा देते हुए उन्हें जागरूक कर रहे हैं, जिससे एचआईवी फैलने से रुके। बीएचयू के एआरटी सेंटर में तीन साल में 1791 मरीजों की रिपोर्ट एचआईवी संक्रमित आई है। वहीं, जिला अस्पताल में भी 410 एचआईवी संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है।
बीएचयू एआरटी सेंटर की नोडल अधिकारी प्रो. जया चक्रवर्ती बताती हैं कि यहां पूर्वांचल के 12 जिलों के साथ बिहार से रोज मरीज आते हैं। ओपीडी में किसी प्रकार का लक्षण दिखने पर डॉक्टर एचआईवी जांच कराते हैं।
युवाओं में तेजी से फैल रहा संक्रमण : जिला अस्पताल के एआरटी सेंटर में मरीजों को दवा देने वाले नौशाद बताते हैं कि इन संक्रमितों में कॉलेज जाने वाले युवा और दूसरे राज्यों व जिलों से आने वाले श्रमिकों की संख्या अधिक है। कॉलेज जाने वाले युवा गलत संगत में पड़कर सिरिंज से ड्रग्स और असुरक्षित यौन संबंधों के कारण एचआईवी संक्रमित हो रहे हैं।
इसके अलावा बाजार में सस्ते टैटू से भी एचआईवी संक्रमित हो रहे हैं। वहीं, दूसरे राज्यों और जिलों से आकर यहां काम करने वाले श्रमिक जागरूकता के अभाव में संक्रमित हो रहे हैं। लोगों को जागरूक होने की जरूरत है।
एआरटी सेंटर में आने वाले एचआईवी संक्रमित मरीजों की काउंसिलिंग करके नियमानुसार दवा दी जाती है। उन्हें रोगों के लक्षणों और उनसे बचाव को लेकर जागरूक किया जाता है। एचआईवी संक्रमित मरीजों की निगरानी भी की जाती है। - प्रो. जया चक्रवर्ती, नोडल अधिकारी, एआरटी सेंटर, बीएचयू।
प्रतिरोधक क्षमता कम कर देती है एचआईवी
जिला अस्पताल के एमएस डॉ. प्रेम प्रकाश बताते हैं कि एचआईवी से कभी किसी की मृत्यु नहीं होती है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को पूरी तरह से कम कर देती है। जिससे अन्य बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में मरीज को कई नियमों का पालन करना चाहिए। एआरटी सेंटर में इसकी दवा नि:शुल्क रूप से दी जाती है।
कहां कितने मिले मरीज
| वर्ष | बीएचयू | जिला अस्पताल | संख्या |
| 2023-24 | 596 | 140 | 736 |
| 2024-25 | 704 | 160 | 864 |
| 2025-26 | 491 | 110 | 601 |
| योग | 1791 | 410 | 2201 |