नोएडा के सबसे पुराने औद्योगिक सेक्टरों में शुमार सेक्टर-10 औद्योगिक क्षेत्र इन दिनों मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। यहां के उद्यमियों के सामने पानी, पार्किंग, बिजली आपूर्ति की व्यवस्था नदारद है। इसके अलावा यहां सुरक्षा का भी बड़ा मुद्दा है। सेक्टर के एक छोर पर झुग्गी बस्ती होने के कारण आए दिन फैक्टि्रयों में चोरी की घटनाएं सामने आती है। ये बातें बुधवार को सेक्टर-10 के बी-104 में आयोजित एनईए व अमर उजाला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अमर उजाला इंडस्ट्री संवाद में उद्यमियों ने साझा किया।
दरअसल, शहर की औद्योगिक इकाइयों की खस्ताहाल को लेकर अमर उजाल ने इंडस्ट्री संवाद के माध्यम से उद्यमियों की समस्याओं को प्राथमिकता से उठाना शुरू किया है। जिसमें उद्यमी भी अपनी समस्याओं को बेबाक तरीके से साझा कर संबंधित अधिकारियों से इसके निस्तारण की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को आयोजित अमर उजाला इंडस्ट्री संवाद कार्यक्रम में उद्यमी संदीप अग्रवाल ने औद्योगिक सेक्टर में सुरक्षा का मामला उठाया। उन्होंने कहा सेक्टर में पानी उद्योगों के लिए झुग्गियों के लिए आपूर्ति होती है। इंडस्ट्री सुबह 9 बजे से शुरू होती है और इस समय पानी बंद हो जाता है, इसी तरह से शाम पांच बजे फैक्ट्री बंद होने के बाद पानी आता है। ऐसे उद्योगों को पानी नहीं मिल पाता। इसके अलावा यहां झुग्गी बस्ती के कारण सुरक्षा भी बड़ा मामला है। पुलिस गश्त न के बराबर है। एनईए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुधीर श्रीवास्तव ने भी सेक्टर में पब्लिक सुविधाएं जैसे सार्वजनिक शौचालय, महिला शौचालय, पार्किंग, अवैध वेंडरों के द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण आदि की ओर ध्यान खींचा और संबंधित अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर संवाद कार्यक्रम में दीपक चौहान, वसीम, कुलदीप शर्मा, फरमान, नईम, अरूण प्रताप सिंह, दुर्गेश राय, तुषार सिंह, एसए खान, एमडी गुलजार, पव्रेश, संदीप अग्रवाल, अंकुर अरोड़ा, परवेंद्र चौहान, अजय जैन आदि ने अपनी समस्या रखीं।
झुग्गी झोपड़ी के कारण सेक्टर में असमाजिक तत्वों का आतंक झेलना पड़ता है। ट्रांसपोर्टर व रेहड़ी ठेली वालों ने सड़क पर अतिक्रमण कर लिया है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है।- ओमप्रकाश।
सेक्टर-10 करीब 40 साल से ज्यादा पुराना औद्योगिक क्षेत्र है। इस कारण यहां ड्रेनेज व सीवर सिस्टम भी काफी पुराना हो चुका है। इसके नए सिरे से निर्माण की जरूरत है।- अजय जैन, उद्यमी।
सेक्टर-10 में सालों पुरानी बिजली की लाइनें हैं। हल्की तेज हवा चलने पर भी यहां बत्ती गुल हो जाती है। इस कारण कई बार मशीनें बंद हो जाती है। जिससे उत्पादन प्रभावित होता है। इसे दुरूस्त करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए।- अंकुर अरोड़ा, उद्यमी।
पुराने होने के कारण सेक्टर-10 में पार्किंग की समस्या इन दिनों बड़ी मुसीबत बन गई है। सुबह अपनी ही फैक्ट्री के सामने गाड़ी खड़ी करने की जगह नहीं मिलती है। पार्किंग के लिए भटकना पड़ता है।- परवेंद्र चौहान, उद्यमी।
सेक्टर-10 में झुग्गी बस्ती होने के कारण आए दिन चोरी की घटनाएं होती है। शाम ढ़लते ही सेक्टर में सड़क किनारे का माहौल मयखाने में तब्दील हो जाता है। विरोध जताते पर शराबियों के उत्पात का सामना करना पड़ता है।- प्रवेश, उद्यमी।
सेक्टर की चौड़ी सड़कें इन दिनों गलियों में तब्दील हो गई है। ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना के बाद भी ट्रांसपोर्टर सेक्टर में सड़क किनारे पूरे दिन गाड़ियों को खड़ी कर देते हैं। जिससे