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रोहतक: डीजीपी ओपी सिंह ने विदेश में बैठे गैंगस्टरों को दी खुली चेतावनी
रोहतक ब्यूरो
Updated Wed, 29 Oct 2025 06:34 PM IST
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डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि विदेश में छुपकर बैठे गैंगस्टर नहीं सियार हैं। मां का दूध पिया है तो सामने आएं। वे बुधवार को गुरुग्राम से चंडीगढ़ जाते समय रोहतक पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। साथ में एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया, एडीसी नरेंद्र कुमार, एसडीएम आशीष कुमार व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को डरने की जरूरत नहीं है। बाइक पर सवार युवक आते हैं और गोली चलाकर भाग जाते हैं। ऐसे लोग कायर होते हैं। डीजीपी ने कहा कि पुलिस प्रशासन को कह रखा है कि अगर कोई गोली चलाता है तो उसे जवाब देने के लिए फ्री हैं। यदि कोई सरेंडर करता है तो उसे गिरफ्तार करें, चाहे कितना ही बड़ा अपराध क्यों न हो। उन्होंने कहा कि आम लोग शिकायत करें। कोई अपराधी 20 या 40 दिन भाग लेगा। ऐसे कायर व गद्दार लोगों से डरने की जरूरत नहीं है।
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि किसी के कहने से कानून व्यवस्था खराब नहीं हो जाती। एक भी व्यक्ति बताए क्या उसे हरियाणा से गुजरते समय लूटपाट का डर लगता है। ऐसा माहौल न पहले था और न अब है। सोशल मीडिया से लेकर संचार के दूसरे साधनों पर भी पुलिस की कड़ी निगाह है। झूठ फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने आम लोगों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को समझाएं। सलाह दें कि अपराध की दुनिया से दूर रहें। नशा तस्करी करने वालों से भी पुलिस सख्ती से निपट रही है।
पुलिस की एक जाति खाकी
एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि पुलिस प्रशासन में कोई जातिवाद नहीं है। पुलिस की एक जाति है खाकी। अगर कोई पुलिसकर्मी काम का दबाव मानता है या तनाव में रहता है तो उसे सलाह है कि पुलिस की नौकरी छोड़कर हलवाई बन जाए। विभाग भी मदद करेगा। डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों पर काम का दबाव या तनाव की बात को तिल का ताड़ बनाया गया है। ऐसा कुछ नहीं है।
डीजीपी ने कहा कि एडीजीपी व एएसआई के सुसाइड मामलों से दुख है। एएसआई संदीप की मौत के मामले की एसआईटी जांच कर रही है। जांच के बीच में तथ्यों को उजागर करना उचित नहीं होता। वे परिवार को विश्वास दिलाते हैं कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।
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