{"_id":"68b8374491bcc551740582f0","slug":"video-mandi-ganesh-festival-celebrated-with-fervour-in-the-only-ancient-siddha-ganapati-temple-of-northern-india-2025-09-03","type":"video","status":"publish","title_hn":"Mandi: उत्तरी भारत के इकलौते प्राचीन सिद्ध गणपति मंदिर में गणेश उत्सव की धूम","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mandi: उत्तरी भारत के इकलौते प्राचीन सिद्ध गणपति मंदिर में गणेश उत्सव की धूम
उत्तरी भारत के इकलौते प्राचीन सिद्ध गणपति मंदिर मंडी में गणेश उत्सव की खासी धूम देखने को मिल रही है। यहां हर वर्ष गणेश उत्सव को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है। श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहां आकर भगवान गणेश की इस दिव्य मूर्ति के दर्शन करके आशीर्वाद ले रहे हैं। मंडी के राजकीय पुरोहित एवं मंदिर के पुजारी पुष्प राज शर्मा ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण मंडी रियासत के राजा रहे राजा सिद्धसेन ने 1686 ई. में करवाया था। क्योंकि मंडी का राज परिवार बंगाल से संबंध रखता और तंत्र विद्या में अधिक विश्वास रखता था। इसलिए भगवान गणेश की इस मूर्ति को भी तंत्र सिद्धियों से स्थापित किया गया है। यह इकलौता मंदिर है जहां भगवान गणेश के गले में नाग देवता लिपटे हुए हैं। गणेश उत्सव के दौरान जो मूर्ति स्थापित करने की प्रथा चली आ रही है उसका निर्वहन यहां भी बीते करीब 34 वर्षों से किया जा रहा है। छोटी काशी में गणेश उत्सव की शुरूआत एक तरह से इसी मंदिर से हुई है। युवक मंडल सैण के सदस्य रेहान सैनी ने बताया कि उनका युवक मंडल हर वर्ष यहां भंडारे का आयोजन करता है। बुधवार को यहां भंडारे का आयोजन सामूहिक प्रयासों से किया गया। बता दें कि सिद्ध गणपति मंदिर में स्थापित मूर्ति का 6 सितंबर को ब्यास नदी के तट पर विसर्जन किया जाएगा।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।