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Rampur Bushahr: किन्नौर कैलाश यात्रा आज से शुरू, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े प्रबंध
हिमाचल प्रदेश के लोगों की आस्था की प्रतीक है किन्नौर कैलाश यात्रा। 19,850 फीट की ऊंचाई पर स्थित शिव के शीतकालीन प्रवास स्थल किन्नौर कैलाश की वार्षिक यात्रा आज से शुरू हुई जो अब 30 अगस्त तक चलेगी। पहले यह यात्रा केवल 15 दिनों के लिए थी, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए इसकी अवधि बढ़ाकर 45 दिन कर दी गई है। सुबह से श्रद्धालु भोलेनाथ के जयकारे लगाते हुए इस यात्रा पर निकल पड़े। इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर 20 पुलिसकर्मी और होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे, जिनके साथ 7 वन विभाग के कर्मचारी और 3 मेडिकल स्टाफ सहित चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए 6 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिनमें दो बेस कैंप तांगलिंग गांव में, दो मीलिंग खट्टा में और दो गुफा में। यात्रियों की सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा गया है। जिला पर्यटन अधिकारी एवं उपमंडाधिकारी कल्पा, अमित कल्थाइक ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और यात्रा सुबह 6 बजे हो गया है। वहीं तांगलिंग से यात्रा के लिए सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक ही अनुमति दी जाएगी, उसके बाद यात्रा प्रतिबंधित रहेगी। बेस कैंप मेलिंग खट्टा से आगे किन्नौर कैलाश के लिए रात 1 बजे से सुबह 6 बजे तक ही यात्रा की जा सकेगी और इस दौरान किसी भी श्रद्धालु को बीच में रुकने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन ने स्थानीय पंचायतों के लोगों से जिला प्रशासन का सहयोग करने का आह्वान किया है ताकि यात्रा का सफल आयोजन सुगमता के साथ पूर्ण हो सके। 45 दिन तक चलने वाली यह यात्रा पूरी तरह से मौसम पर निर्भर रहेगी। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं ताकि वे सफलतापूर्वक यात्रा कर किन्नौर कैलाश के दर्शन कर सकें। इस वर्ष किन्नौर कैलाश यात्रा तांगलिंग गांव से शुरू किया है। सभी यात्रियों के लिए पंजीकरण पत्र और चिकित्सा प्रमाण पत्र लाना अनिवार्य होगा।
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