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Rampur Bushahr: मिल्कफेड ने जारी नहीं की दूध की पेमेंट, हजारों पशु पालकों को हो रही परेशानी
त्योहारी सीजन में सरकार और मिल्कफेड की अनदेखी का दंश रामपुर और साथ लगते क्षेत्रों के हजारों पशु पालक झेल रहे हैं। दो माह से मिल्कफेड ने दूध की पेमेंट जारी नहीं की है, जिस कारण पशु पालकों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। दुग्ध उत्पादकों को परिवार का भरण पोषण करने की समस्या बनी हुई है। इसी के विरोध में 30 अक्तूबर को हिमाचल प्रदेश दुग्ध उत्पादक संघ रामपुर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। हिमाचल प्रदेश दुग्ध उत्पादक संघ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को एसडीएम रामपुर से मिला। संघ ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन के माध्यम से संघ ने दत्तनगर स्थित दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र से पशुपालकों को अगस्त और सितंबर माह की अदायगी न होने पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार और मिल्कफेड की नाकामी के चलते आज हजारों पशु पालक परेशानियां झेल रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से दूध की पेमेंट का जल्द भुगतान करने, सभी सोसायटियों में दूध की गुणवत्ता को मापने के लिए टेस्टिंग मशीन देने, सभी सोसाइटी सचिवों को दूध की गुणवत्ता जांच करने हेतू प्रशिक्षित करने, सोसाइटियों में उत्तम किस्म की फीड को उपलब्ध कराने, दुधारू पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान के लिए पशु औषधालयों में उन्नत किस्म के वीर्य, तकनीक, दवाइयां उपलब्ध करवाने, मिल्क प्लांट में खाली पड़े पदों को तुरंत भरने की मांग उठाई है। संघ के सदस्यों ने चेताया कि यदि जल्द पशुपालकों की अदायगी नहीं होती तो 30 अक्तूबर को सभी पशुपालक लामबंद होकर ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। संघ के संयोजक तुला राम शर्मा, सह संयोजक सुभाष ठाकुर, जिला परिषद सदस्य पूर्ण ठाकुर ने कहा कि सरकार ने दूध के दाम बढ़ाए और किसान पशुपालकों को राहत मिली थी, लेकिन दूध की पेमेंट समय पर न होने से पशुपालक आर्थिक समस्याएं झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आनी, निरमंड, रामपुर, कुमारसैन क्षेत्र के हजारों पशु पालक 300 सोसायटियों के जरिए दूध मिल्कफेड को दे रहे हैं, लेकिन आपूर्ति के बाद भी उन्हें समय पर अदायगी नहीं हो पा रही। ऐसे में उन्हें कई तरह की आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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