नालागढ़ के झजरा गांव में रास्ते को लेकर हुए विवाद ने राजनीतिक रंग ले लिया है। विधायक केएल ठाकुर ने अपने समर्थकों के साथ बुधवार को थाने का घेराव किया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने उपमंडलाधिकारी कार्यालय परिसर में भी नारेबाजी की। केएल ठाकुर और उनके समर्थकों ने पुलिस पर देरी से आने का आरोप लगाया। इसके चलते उनके लोगों की पिटाई हुई। विधायक केएल ठाकुर ने एक पूर्व विधायक और उनके समर्थकों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा कि कोटला गांव में स्टोन क्रशर लग रहा है। कोटला गांव बरूणा पंचायत में आता है लेकिन इस गांव के लिए रास्ता नवांग्राम पंचायत से निकल रहा है। रास्ते में जोहड़ी, स्कूल का मैदान व कब्रिस्तान पड़ता है। इन लोगों ने जोर जबरदस्ती करके लोगों के साथ मारपीट की, जिससे 13 लोग घायल हो गए। इन लोगों पर तेज धारदार हथियारों डंडों व पत्थरों से हमला किया गया, लेकिन हैरानी की बात है कि इन लोगों के पास पुलिस दो घंटे के बाद पहुंची। विधायक ने कहा कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है कि कोई क्रशर लगाए लेकिन गरीब लोगों को पीटने का काई अधिकार नहीं है। अभी तक लोगों को एक्सरे तक नहीं हुए हैं। दूसरे गुट का जब कोई व्यक्ति घायल ही नहीं हुआ है तो क्रॉस मामला दर्ज क्यों किया गया। राजेंद्र कौर, परमजीत कौर, मीना, सतविंद्र कौर, गुरदीप कौर, नील, पोलू, सुनीता, सीमा, रामपाल, सुरेंद्र, सिंकदर, महेंद्र सिंह व पुष्पिंद्र सिंह को चोटें आई हैं लेकिन अभी तक दो लोगों के ही एक्सरे हुए हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग उठाई। वहीं दूसरे गुट के योगेश्वर राणा ने बताया कि वह नवांग्राम पंचायत में उनकी भी जमीन है। अंबुजा सीमेंट के साथ लगती उनकी जमीन है। वह भी इस रास्ते का प्रयोग कर सकते हैं। लेकिन लोगों ने जबरन उन पर हमला किया जिससे वह बाल बाल बचे।