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Bengali Language Row: Enraged over Bengali language controversy, Adhir Ranjan Chowdhury lashed out at his oppo
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Bengali Language Row: बांग्ला भाषा विवाद पर भड़के अधीर रंजन चौधरी ने जमकर लगाई विरोधियों की क्लास!
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: भास्कर तिवारी Updated Tue, 05 Aug 2025 12:20 AM IST
बांग्ला भाषा को कथित तौर पर दिल्ली पुलिस द्वारा ‘बांग्लादेशी’ कहने से बवाल मच गया है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसको लेकर दिल्ली पुलिस पर जमकर निशाना साधा और इस हरकत को राष्ट्रविरोधी करार दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिल्ली पुलिस का एक पत्र साझा किया है. इसके साथ लिखा है कि यह शर्मनाक है कि दिल्ली पुलिस बांग्ला को ‘बांग्लादेशी’ भाषा बता रही है, बांग्ला हमारी मातृभाषा है. यह रवींद्रनाथ टैगोर, स्वामी विवेकानंद की भाषा है. यही वह भाषा है जिसमें राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत तक लिखा गया है. इसको बांग्लादेशी भाषा कहना संविधान का अपमान है. आइए जान लेते हैं कि बांग्ला भाषा का जन्म कैसे हुआ? भारत और विदेश में कितनी बोली जाती है बांग्ला? इस पर कब-कब विवाद हुआ और यह दूसरे देशों तक कैसे पहुंची?
बांग्ला वास्तव में भारत की प्रमुख भाषाओं में से एक है, जिसका भारतीय उपमहाद्वीप की सांस्कृतिक और भाषाई इतिहास में अपना महत्वपूर्ण स्थान है. बांग्ला के साहित्यकारों ने बंगाल ही नहीं, देश की राष्ट्रीय चेतना गढ़ने में भी महती भूमिका अदा की है. संस्कृत महाकाव्यों के सबसे पहले अनुवाद से लेकर 19वीं और 20वीं सदी में क्रांतिकारी लेखन तक में बांग्ला साहित्य की अद्वितीय भूमिका रही है. इसने सामाजिक, राजनीतिक और बौद्धिक आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट पिछले साल अक्तूबर (03 अक्तूबर 2024) को मराठी, पालि, असमी और प्रकृत भाषा के साथ ही बांग्ला को भी क्लासिकल लैंग्वेज का दर्जा दिया गया.
जहां तक बांग्ला भाषा की उत्पत्ति की बात है तो यह असमी, ओड़िया, मगधी, मैथिली और भोजपुरी के साथ मिलकर साउथ ईस्ट जोन में एक भाषाई समूह का निर्माण करती है. इसका तात्कालिक स्रोत मगधी प्राकृत या पूर्वी प्राकृत भाषा में पाया जाता है, जो मगध (अब बिहार का हिस्सा ) से आई है. अन्य पूर्वी भाषाओं के साथ ही गौड़ बंग भाषा भी मगध अपभ्रंश से विकसित हुई है.
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