{"_id":"6928179d1303615d900f06aa","slug":"up-politics-bjp-s-celebration-of-constitution-day-is-a-fraud-enraged-awadhesh-prasad-2025-11-27","type":"video","status":"publish","title_hn":"UP Politics: 'भाजपा का संविधान दिवस मनाना एक धोखा है' भड़के Awadhesh Prasad!","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UP Politics: 'भाजपा का संविधान दिवस मनाना एक धोखा है' भड़के Awadhesh Prasad!
Video Published by: पंखुड़ी श्रीवास्तव Updated Thu, 27 Nov 2025 02:49 PM IST
Link Copied
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद अवधेश प्रसाद ने संविधान दिवस के अवसर पर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान दिवस मनाने का असली अर्थ तभी सिद्ध होगा, जब सत्ता में बैठी सरकार संविधान की मूल भावना और उसकी जड़ों को समझते हुए उसे व्यवहार में लागू करे। लेकिन, उनके अनुसार, वर्तमान सरकार केवल समारोहों और अभियानों के माध्यम से संविधान दिवस को औपचारिकता तक सीमित कर रही है, जबकि वास्तविक रूप से संविधान के सिद्धांतों का हनन किया जा रहा है।
अवधेश प्रसाद ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जिस संविधान की रचना की, उसमें 26 नवंबर को संविधान की प्रस्तावना को अपनाया गया था। प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से लिखा है— हम, भारत के लोग, समाजवाद, पंथनिरपेक्षता, समानता, न्याय और स्वतंत्रता जैसे मूल्यों को स्वीकार करते हैं। उनका कहना था कि यही संविधान देश की अस्मिता और लोकतंत्र का आधार है, लेकिन भाजपा इस भावना को समझने के बजाय इसे कमजोर करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विचारधारा के स्तर पर समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता को स्वीकार नहीं करती, जबकि ये दोनों सिद्धांत संविधान की आत्मा में निहित हैं। अवधेश प्रसाद के अनुसार, भाजपा सरकार कथित तौर पर ऐसी परिस्थितियाँ पैदा कर रही है, जो मतदान के अधिकार और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करती हैं। उन्होंने दावा किया कि सरकार संविधान में निहित समानता और अधिकारों को सीमित करने की दिशा में बढ़ रही है, जो न केवल चिंताजनक है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों के भविष्य के लिए खतरनाक संकेत भी है।
अवधेश प्रसाद ने तीखे शब्दों में कहा कि भाजपा का संविधान दिवस मनाना केवल एक "दिखावा" और "धोखा" है, क्योंकि वास्तविकता में वे संविधान के उन मूल तत्वों को ही चुनौती दे रहे हैं, जिनकी रक्षा करने का संकल्प हर सरकार को करना चाहिए। उन्होंने सरकार से संविधान की गरिमा को बनाए रखने की अपील की।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।