मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले से चलती हुई बस में ड्राइवर को अटैक आने का मामला सामने आया। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई, लेकिन गनीमत रही कि ड्राइवर ने अटैक का आभास होते ही बस को ईंट के ढेर की तरफ मोड़ दिया, जिससे अन्य कोई जनहानि होने से बच गई।
जानकारी के मुताबिक आगर जिला मुख्यालय से शुजालपुर तक चलने वाली एक निजी यात्री बस के चालक को चलती बस में अटैक आ गया। इस दौरान बस अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खड़ी एक बाइक और ईंटों के ढेर से टकरा कर रुक गई। हादसा जिले के कानड़ में हुआ। बताया जा रहा है कि रोज की तरह बस लेकर चालक रईस काजी सवारियों को बैठाकर शुजालपुर के लिए निकले, आगर से करीब 18 किलोमीटर दूर कानड़ में बस चालक रईस को हार्ट अटैक आ गया। कुछ बाइक को कुचलते हुए बस ईंटों के ढेर से टकराई और रुक गई। हादसा होते देख लोगों की भीड़ बस की तरफ दौड़ी और देखा तो चालक अचेत अवस्था में सीट पर था। मौके पर मौजूद लोग ड्राइवर को तत्काल कानड़ के प्राथमिक स्वस्थ केंद्र लेकर गए, जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चालक रईस काजी की उम्र 69 वर्ष बताई जा रही है।
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गौरतलब है कि साइलेंट अटैक का मध्यप्रदेश में यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इसके पूर्व में भी कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें काम करते करते हुए भी लोगों को अटैक आया और उनकी जान चली गई। इस मामले में भी यही हुआ है, क्योंकि 69 वर्षीय रईस काजी रोजाना की तरह से अपने तय समय के अनुसार सवारियों से भरी हुई बस लेकर निकले थे। कानड़ में अचानक से आए अटैक के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई। गनीमत रही कि अटैक के दौरान बस ईंट के ढेर और बाइक से टकरा गई अन्यथा इसके अलावा कई अन्य लोगों की जान को खतरा हो सकता था।