हट्टा थाना क्षेत्र में आदिवासी तीन नाबालिग और एक बालिग से सामूहिक दुष्कर्म करने वाले आरोपियों रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार को न्यायालय में पेश किया। न्यायालय के आदेश पर सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
दरअसल, 23 अप्रैल की रात शादी से घर लौट रही आदिवासी बालिकाओं के साथ सात लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। दूसरे दिन 24 अप्रैल को मामले सामने आने पर गांव में दो बार पंचायत भी की गई। जिसमें मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित परिवार को रुपये का प्रलोभन भी दिया गया गया। पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ पंचायत में कानूनी कार्रवाई की बात पर अड़ी रही। उन्होंने पंचायत में आरोपियों को फांसी देने की मांग करी थी। जिसके कारण मामला पुलिस तक पहुंचा था। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल की जांच कर साक्ष्य एकत्रित किये है।
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पुलिस अधीक्षक नागेन्द्र सिंह ने बताया कि हमारा प्रयास है कि प्रकरण में डे-टू-डे सुनवाई करते हुए तीन माह में समाप्त किया जाये। डे-टू-डे सुनवाई के लिए न्यायालय में आवेदन पत्र दायर किया जायेगा। विधिवत प्रक्रिया पूर्ण कर न्यायालय में शीघ्र चालान पेश किया जायेगा। उन्होंने बताया कि राजीनामा को लिए आयोजित पंचायत की बैठक का वीडियो हमें मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है। वीडियो में पाया जाता है कि राजीनामा के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया गया है तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।