राजधानी की रातीबड़ थाना पुलिस ने इलाके की एक वर्कशॉप, गोदाम में हुई पैंतीस लाख की चोरी का खुलासा कर दिया है। इस मामले में कंपनी के एक कर्मचारी और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने पिछले दस महीने के भीतर फर्जी दस्तावेज बनाकर कंपनी का सामान बेच दिया था। चोरी का सामान बेचने से मिले रुपयों से कर्मचारी ने अपने लिए मकान-कार और आईफोन खरीद लिया था। पुलिस अब उसके मकान की कुर्की की कार्रवाई की तैयारी कर रही है। आरोपी कूटरचित दस्तावेज बनाकर व्यापारियों को झांसे में लेकर कंपनी का सामान बेचता था।
रातीबड़ थाना प्रभारी रास बिहारी शर्मा ने बताया कि भारत कुमार सिंह श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में मैकेनिकल मैनेजर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि कंपनी का सेंट्रल वर्कशॉप ग्राम बड़झिरी रातीबड़ में है। वर्कशॉप में कंपनी की विभिन्न परियोजनाओं से संबंधित बचा हुआ लोहे का सामान, गाड़ियां एवं अन्य निर्माण से जुड़ी मशीनें रखी जाती हैं। इसके साथ ही वर्कशॉप में कम्पनी का ऑफिस है, जिसमें वर्करों को मजदूरी देने के लिए नगद रुपए भी रखे रहते हैं और आफिस का ताला बंद रहता है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी द्वारा कटनी एवं सतना में रोड एवं रेलवे ट्रैक निर्माण का कार्य किया गया था। उस परियोजना से बचा हुआ लोहे का मोल्ड फर्म एवं अन्य सामग्री वर्कशॉप में संग्रहीत करवाई गई थी। बीती चार सितंबर को वह वर्कशॉप पहुंचे तो कार्यालय में रखे दस हजार रुपए नकद गायब थे। इसके बाद जब उन्होंने वर्कशॉप में रखे सामान का मिलान किया तो पता चला कि कुल 35 लाख का सामान चोरी हो चुका है।
ये भी पढ़ें- कमाई का ऐसा जुगाड़ देख प्रशासन भी रह गया दंग! सीहोर में पकड़ा चलता-फिरता पेट्रोल पंप, जानें मामला
कर्मचारी निकला चोरी का मास्टरमाइंड
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की एक विशेष टीम बनाकर आरोपियों की तलाश में लगाई गई थी। पुलिस ने घटनास्थल और रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले और मुखबिरों को सक्रिय किया तो पता चला कि कंपनी का कर्मचारी ही इस पूरे मामले का मास्टर माइंड है। उसी ने अपने कबाड़ का काम करने वाले अपने एक दोस्त की मदद से पूरा माल चोरी करने के बाद बेच दिया है। उसके बाद पुलिस ने आरोपी अमन चिंतामन निवासी सीहोर और उसके साथी विशाल कुशवाह निवासी रातीबड़ को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से एक कार, आईफोन, एंड्रायड फोन, दो पिकअप वाहन तथा एक मकान के कागजात समेत कुल 30 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई है।
ये भी पढ़ें- बहू ससुराल से ले उड़ी आठ लाख नकद और सोना-चांदी, बेटी की शादी के लिए रकम जोड़ रहा था परिवार
फर्जी कागज बनाकर बेचता था सामान
कंपनी की तरफ से वर्कशॉप से बाहर भेजे जाने वाले सामान का ऑर्डर चिंतामन को दिया जाता था। इसकी आड़ में वह कंपनी के लेटरहेड पर एक और पिकअप वाहन बुलाकर उसमें सामान लोड करवा देता था और बाहर भेजकर कबाड़ी की मदद से बेच देता था। चोरी के सामान से मिलने वाले रुपयों से वह आईफोन, कार और अपने लिए मकान खरीद लिया था। पुलिस का कहना है कि चोरी के रुपयों से खरीदे गए मकान की कुर्की की कार्रवाई की जा रही है।