मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में बीते तीन दिन से अर्धनग्न होकर धरना दे रहे केला उत्पादक किसानों का धरना सीएम यादव से बात करने के बाद खत्म हो गया है। किसानों ने केला फसल के बीमा को लेकर विधायक अर्चना चिटनीस के फोन से मुख्यमंत्री से बात की और सीएम मोहन यादव ने उन्हें बीमा योजना लागू करने का आश्वासन दिया। यही नहीं इसके बाद बुरहानपुर विधायक अर्चना चिटनीस ने भी किसानों की मुख्य मांगों को पूरा करने की बात लेटर पेड पर लिखकर देने का कहा। उसके बाद आंदोलन कर रहे किसानों ने अपना धरना खत्म कर दिया। हालांकि इस दौरान कई किसान अभी भी नाराज दिखे। उनका कहना था कि केला फसल बीमा योजना तत्काल लागू हो। वहीं, लोकसभा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल भी धरना स्थल पहुंचे थे। उन्होंने भी किसानों से चर्चा की। इस दौरान किसानों ने उन्हें कलेक्टर कार्यालय में हुई तोड़फोड़ के मामले में बनाए गए केस वापस लेने की मांग की। साथ ही जिन किसानों पर पुलिस ने केस बनाया है, उन पर कार्रवाई नहीं हो, इसके लिए एसपी-कलेक्टर से मिलने को लेकर भी चर्चा की।
बुरहानपुर शहर में गुरुवार को केला उत्पादक किसानों ने अर्धनग्न होकर विरोध रैली निकाली थी। जिसके बाद किसान रेणुका देवी कृषि उपज मंडी में केला नीलामी गृह के बाहर धरने पर बैठ गए थे। वे साल 2018-19 से जिले में बंद हुई केला फसल बीमा योजना को लागू करने के लिए विरोध जता रहे थे। जब इस धरना प्रदर्शन को खत्म करने के लिए प्रशासन ने प्रयास किये तो किसान नहीं माने। इसके बाद शनिवार दोपहर विधायक अर्चना चिटनीस भी धरना स्थल पर पहुंचीं। उन्होंने किसानों से बीमा को लेकर आ रही समस्याओं पर चर्चा करने के साथ ही सीएम से बात कराने को कहा। उसके कुछ देर बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मोबाइल पर आंदोलन की अगुवाई कर रहे किशोर वासनकर ने बात की। केला बीमा योजना लागू करने के लिए सीएम ने आश्वासन दिया। इसके बाद भी कुछ किसान विरोध कर रहे थे और चाहते थे कि सीएम पत्र लिखकर कितने समय में योजना लागू होगी, यह बताए। इस पर विधायक अर्चना चिटनीस ने कहा मैं अपने लेटर पेड पर आपकी समस्याओं को हल करने और मांगें पूरी करने की बात लिखकर देती हूं। जिसके बाद किसान धरना खत्म करने को मान गए। और किसान नेता किशोर को विधायक ने टी शर्ट पहनाकर विरोध खत्म कराया।