दमोह जिले में तेंदुखेड़ा थाना अंतर्गत सहजपूर और इमलीडोल के बीच बुधवार रात बारात से दहेज का सामान लेकर लौट रहा 407 वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। इसमें नाई की मौत हो गई और करीब आधा दर्जन बाराती घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। तीन की हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया गया, जिसमें एक महिला की हालत नाजुक बनी है। घटना के समय वाहन में दर्जनों बाराती सवार थे। उतार होने के कारण वाहन अनियंत्रित हो गया और पलट गया।
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह महगवा खुर्द गांव से एक आदिवासी परिवार की बारात इमलीडोल गांव गई थी। विवाह होने के बाद बारात पहले लौट आई और 407 वाहन से दहेज लाया जा रहा था। रास्ते में उतार होने के कारण वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया।
नाई की मौत, तीन लोग गंभीर
बारात में नाई का कार्य करने वाले सुरेश पिता शंकर सेन की मौत हो गई, जिसका पोस्टमॉर्टम गुरुवार सुबह तेंदूखेड़ा में हुआ। मृतक के परिजनों ने बताया कि आदिवासी समाज की बारात महगवा खुर्द से इमलीडोल गई थी। सुरेश रात्रि में दहेज के वाहन पर सवार होकर आ रहा था, जो बीच रास्ते में पलट गया और उसकी मौत हो गई।
मृतक सुरेश सेन के चाचा श्यामलाल सेन ने बताया, बारात में शामिल 407 वाहन पलटने से भतीजे की मौत हो गई। घटना कैसे हुई इसकी जानकारी नहीं है। तेंदुखेड़ा सीबीएमओ डॉक्टर आरआर बागरी ने बताया कि रात्रि में छह लोगों को गंभीर हालत में लाया गया था। इसमें सुरेश पिता शंकर सेन (36) की मौत हो गई, जिन तीन को रेफर किया गया है। उसमें कल्लनबाई आदिवासी, देवी सिंह आदिवासी और एक अन्य है। देवी आदिवासी और कल्लन बाई की हालत गंभीर है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।