दमोह कोतवाली थाना क्षेत्र के एमएलबी कन्या स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा नवमी की दो छात्राएं जो दो दिन से लापता थीं, रविवार रात मिल गईं। पुलिस ने दोनों को यात्री ट्रेन से अपने कब्जे में लिया और कोतवाली लाकर उनसे पूछताछ कर रही है। परिजनों को भी सूचना दे दी गई है। महिला एसआई दोनों छात्राओं से उनके लापता होने का कारण जानने का प्रयास कर रही हैं। परिजनों से बात करने पर छात्राओं ने अपने गायब होने की कई कहानियां बताईं।
एक छात्रा की मां ने बताया कि उसकी बेटी का कहना है कि दो अज्ञात लड़कों ने उन्हें अपने घर से सिविल कपड़े पहनकर स्कूल आने के लिए कहा था और न आने पर जान से मारने की धमकी दी थी। दोनों अज्ञात बदमाश छात्राओं को स्कूल से रेलवे स्टेशन ले गए, जहां उन्हें कुछ खिला दिया और दोनों के हाथ में एक-एक धागा बांध दिया। इसके बाद से उन्हें होश नहीं रहा। झांसी में ट्रेन में कुछ किन्नरों ने उनके हाथ का धागा तोड़ा, तब जाकर उन्हें होश आया। इस बीच उन अज्ञात बदमाशों ने उनकी मांग भी भर दी। छात्राओं के अनुसार, उनके साथ क्या हुआ और आरोपी कौन थे, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। इस घटनाक्रम में एक छात्रा द्वारा अपनी मां को बताई गई कहानी कई सवाल खड़े कर रही है। फिलहाल, पुलिस छात्राओं से पूछताछ कर रही है, जिसके बाद ही सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया कि छात्राओं के लापता होने के बाद से ही पुलिस लगातार उनकी खोज में जुटी थी और रेलवे पुलिस से भी संपर्क में थी। पुलिस को कई बार छात्राओं की लोकेशन मिली, लेकिन उनकी लोकेशन बार-बार बदल जाती थी, जिसके कारण उन्हें पकड़ना मुश्किल हो रहा था। बाद में जानकारी मिली कि दोनों छात्राएं रविवार रात बीना से दमोह की ओर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में आ रही हैं। पुलिस को लगा कि वे जबलपुर की ओर न जाएं, इसलिए वे दमोह स्टेशन पहुंचे, लेकिन छात्राएं पहले ही दमोह स्टेशन पर उतर चुकी थीं। उन्हें कोतवाली लाकर परिजनों को सूचना दे दी गई। छात्राएं लापता कैसे हुईं, इसकी जानकारी उनसे ली जा रही है।