दमोह जिले की बटियागढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत फतेहपुर में 10 करोड़ के घोटाले का मामला सामने आया है। सोमवार को उपसरपंच सहित 18 से अधिक पंचों ने जिला पंचायत सीईओ को शिकायत सौंपकर इस भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की। उपसरपंच ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में बताया गया कि पंचायत में दलित सरपंच उद्देश्य अठया हैं, लेकिन उनकी जगह पंचायत का संचालन गांव के प्रकाश पटेल कर रहे हैं। पंचायत सचिव जुगराज सिंह लोधी भी इसमें शामिल हैं।
उपसरपंच भोलाराम पटेल और पंचों का कहना है कि पंचायत में दस करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्य कागजों में दिखाए गए हैं, लेकिन वास्तव में केवल एक से डेढ़ करोड़ रुपये के काम हुए हैं जो मौके पर देखे जा सकते हैं। पंचायत का संचालन कोई और कर रहा है। इसलिए सरपंच को भी किसी काम की जानकारी नहीं होती। पंचायत में 20 पंच हैं, जिसमें से 18 पंचों ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराई है।
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पिछले तीन साल में विकास कार्यों की कोई बैठक नहीं हुई। कोई ग्राम सभा आयोजित नहीं हुई। फतेहपुर पंचायत मनमाने तरीके से चलाई जा रही है। पंचायत सचिव जुगराज पहले भी भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित हो चुके हैं। आरोप लगाया गया कि प्रकाश पटेल मध्यप्रदेश के पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल के रिश्तेदार हैं। इसलिए अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। पंचों का कहना है कि उनसे किसी कार्य के लिए न तो राय ली जाती है और न ही कार्यों की जानकारी दी जाती है। इसलिए उन्हें भी पता नहीं चलता कब कौन सा काम स्वीकृत हो गया और कब राशि जारी हो गई।
इन निर्माण कार्यों में गड़बड़ी
सिद्धन का स्टॉप डैम, 2020 में इस स्टॉप डैम के नाम पर सिर्फ ऊपर से सफाई कर 6 लाख रुपये निकाल लिए गए। परकोलेशन टैंक, केवल 2 घंटे जेसीबी चलाकर 13.50 लाख रुपये का भुगतान किया गया। खकरी निर्माण, सेजेवारी से सलौनिया नाले की ओर खकरी निर्माण के लिए स्वीकृत 14.62 लाख रुपये में से 4.10 लाख रुपये निकाल लिए गए, जबकि मौके पर कोई काम नहीं हुआ। इसके अलावा और भी निर्माण कार्यों की जानकारी पंचों के द्वारा दी गई। शिकायत मिलने के बाद जिला पंचायत सीईओ प्रवीण फुलपगारे ने कहा कि जांच दल गठित किया जा रहा है। 15 से 20 दिन में रिपोर्ट आने के बाद सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।