दमोह के मिशन अस्पताल के फर्जी डॉ. नरेंद्र यादव के प्रयागराज स्थित घर पर दमोह पुलिस ने जांच के दौरान कई फर्जी सील और अन्य सामग्री बरामद की है। एक टीम दमोह वापस आ गई है, जबकि बाकी दो टीम अभी भी आरोपी की डिग्री से संबंधी पते पर जांच कर रही है। वहीं नगर पालिका ने भी मिशन अस्पताल को नोटिस जारी किया है।
बता दें सात मौतों के आरोपी फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. नरेंद्र यादव उर्फ एन जॉन केम को प्रयागराज से गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने न्यायालय में पेश कर पांच दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने अपनी डिग्री और पारिवारिक लाइफ के बारे में कई खुलासे किए थे। आरोपी डॉ. प्रयागराज के ओमेक्स टाउनशिप में रहता था। वहां पर पुलिस पहुंची तो उन्हें कमरे में फर्जी सील, मार्कशीट, प्रिंटर और कम्प्यूटर मिले हैं, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है। यह भी बात सामने आई है कि आरोपी डॉक्टर ओमेक्स टाउनशिप के जिस मकान में रहता था। उसका किराया 24 हजार रुपये महीना है। प्रयागराज के औद्योगिक थाने के सहयोग से टीम ने यह कार्रवाई की है। गुरुवार रात टीम प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। शुक्रवार की सुबह टीम ने पहुंचकर कार्रवाई की और वापस दमोह आ गई। कानपुर में भी आरोपी के घर टीम भेजी गई है।
ये भी पढ़ें- एसीपी हिमांशु कार्तिकेय जीप पर लटके, वीडियो सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप
नगर पालिका ने दिया नोटिस
नगर पालिका प्रशासन भी अब मिशन अस्पताल के निर्माण की जांच में जुट गया है। नपा सीएमओ प्रदीप शर्मा ने बताया मिशन अस्पताल का निरीक्षण कराया है, जहां अवैध रूप से बेसमेंट निर्माण होना पाया है। इस संबंध में मिशन अस्पताल प्रबंधन को एक नोटिस जारी किया गया है। इसमें बताया है कि अस्पताल में भूतल और प्रथम तल की स्वीकृति दी गई, जबकि निरीक्षण के दौरान बेसमेंट तल का निर्माण मिला है। 15 दिन के अंदर अस्पताल को दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा है। यदि इतने समय में दस्तावेज प्रस्तुत नहीं होते तो वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
दमोह सांसद बोले- डॉक्टर के अलावा जो भी दोषी होगा की जाएगी सख्त कार्रवाई
दमोह की मिशन अस्पताल में हुई साथ मौतों के मामले में दमोह सांसद राहुल सिंह लोधी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में डॉक्टर पर कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। भाजपा सरकार में इस प्रकार की अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसलिए उन्होंने कलेक्टर से भी इस मामले की जांच करने की बात की है।
बता दें कि मिशन अस्पताल में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट नरेंद्र यादव उर्फ डॉक्टर एन जॉन केम के द्वारा 15 मरीजों की हार्ट सर्जरी की गई थी। इसमें सात मरीजों की मौत का आरोप डॉक्टर पर लगा है। बाल कल्याण आयोग अध्यक्ष की शिकायत के बाद इस मामले में दिल्ली से राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की टीम ने दमोह आकर पीड़ितों के बयान दर्ज किए। वहीं, आरोपी डॉक्टर पर मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने प्रयागराज से उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे पांच दिन की रिमांड पर पुलिस को सुपर्द किया गया है।