दमोह जिले के हटा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले मडियादो क्षेत्र में मंगलवार को शहीद स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस अधिकारियों ने उन वीर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने 59 साल पहले दस्युओं से मुठभेड़ में अपने प्राण न्योछावर किए थे। यह कार्यक्रम हर वर्ष 21 अगस्त को आयोजित किया जाता है, जिसमें जिले के पुलिस अधिकारी शहीद स्थल पहुंचकर शहादत को नमन करते हैं। इस वर्ष भी परंपरा को निभाते हुए एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी सहित कई अधिकारी शहीद स्थल पहुंचे और श्रद्धासुमन अर्पित किए।
पुलिस लाइन में हुआ स्मृति दिवस कार्यक्रम
शहीद स्थल जाने से पहले दमोह पुलिस लाइन में शहीद स्मृति दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस के कई प्लाटूनों ने भाग लिया और मध्यप्रदेश सहित देशभर के शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा कि पुलिस जवान समाज की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। वे अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्य निभाते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे पुलिस कर्मियों की शहादत समाज के लिए प्रेरणा का प्रतीक है।
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दस्यु मुठभेड़ में शहीद हुए थे तीन वीर
इतिहास के पन्नों में दर्ज यह घटना 20 दिसंबर 1966 की है। उस शाम हटा अनुविभाग के मडियादो थाना क्षेत्र की चौरईया घाटी में दस्युओं से मुठभेड़ के दौरान डीएसपी कृष्ण मित्र चतुर्वेदी, मेजर बाबू सिंह कुशवाहा और मुखबिर हजरत खान शहीद हो गए थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, इन तीनों को दस्युओं ने निर्ममता से मार डाला था। उनके अंतिम संस्कार के बाद मडियादो पुलिस द्वारा शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया, जो आज भी उनकी वीरता और बलिदान का प्रतीक है।
शहीद स्थल पर एसपी ने दी श्रद्धांजलि
मंगलवार को एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी, एएसपी सुजीत सिंह भदौरिया, एसडीओपी प्रशांत सिंह सुमन, प्रिया सिंधी, सूबेदार अभिनव साहू और मडियादो थाना प्रभारी शिवांगी गर्ग सहित अन्य पुलिस अधिकारी चौरईया घाटी स्थित शहीद स्मारक पहुंचे। उन्होंने स्मारक पर पुष्प अर्पित किए और शहीदों की याद में दो मिनट का मौन रखा। दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर सहित सभी अनुविभागीय अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
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