दमोह शहर से लगी ग्राम पंचायत आम चोपरा के लोग दलदल भरे रास्ते से आवागमन करने मजबूर हैं। यहां बारिश में सड़क पर घुटनों तक कीचड़ हो गया है। इन रास्तों से ग्रामीणों के साथ स्कूली बच्चे निकलने मजबूर हैं। यहां रैयतवारी स्कूल से शिवनगर तक मुख्य सड़क से जोड़ने वाली सड़क दल-दल में तब्दील हो गई है। ग्रामीणों के लिए अस्पताल, मंदिर और बाजार जाने में दलदल वाली सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा उन्हें दलदल नहीं सड़क चाहिए। हम शहर से बिल्कुल नजदीक हैं उसके बाद भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। स्कूल जाने वाले बच्चे भी इसी दल-दल वाली सड़क से स्कूल का सफर करते हैं।
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शांति समिति की बैठक में भी कलेक्टर को बताई समस्या
ग्रामीण कुसुम खरे का कहना है कि यह सड़क सेतु की तरह आमचौपरा और शहर को जोड़ने का काम करतीं है, लेकिन बदहाली का दंश झेल रहे चौपरा रैयतवारी के ग्रामीण जनों के लिए यह सड़क बारिश के समय में नासूर बन चुकी है। स्थानीय निवासी नगीना खान ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा है कि शांति समिति की बैठक में भी कलेक्टर साहब को इस बदहाल सड़क की जानकारी दी गई थी। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सड़क निर्माण का कार्य अतिशीघ्र हो जिससे कि हजारों लोगों को असुविधा का सामना ना करना पड़े।
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दूसरा रास्ता नहीं है
ग्रामीण शशि रैकवार ने बताया कि हम लोग घर से मंदिर जाने के लिए साफ कपड़े पहनकर निकलते हैं, लेकिन दल-दल वाली सड़क से निकलने पर वह गंदे हो जाते हैं, लेकिन दूसरा रास्ता नहीं है इसलिए यहां से निकलना मजबूरी है। ग्रामीण सुधा यादव ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल ले जाने में मशक्कत करनी पड़ती है। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए तत्काल निराकरण होना चाहिए। जिससे दल-दल वाली सड़क से मुक्ति मिल जाएं। पानी की निकासी के लिए ग्रामीण ही सड़क पर काम करने जुटे हुए हैं। दमोह जनपद सीईओ हलधर मिश्रा का कहना है अभी बारिश का मौसम है वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था करवाते हैं।