देवास शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत उज्जैन रोड स्थित नायरा पेट्रोल पंप पर हुई लूट की वारदात का पुलिस ने सफल खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया है कि यह लूट किसी बाहरी गिरोह द्वारा नहीं, बल्कि पेट्रोल पंप के ही एक कर्मचारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी थी। आरोपी ने स्वीकार किया है कि शादी के लिए पैसों की आवश्यकता के चलते उसने इस वारदात की साजिश रची।
पुलिस के अनुसार, नायरा पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल विक्रय के हिसाब-किताब की देखरेख करने वाला आनंद पिता राजेन्द्र देशमुख 13 तारीख की रात चारों प्वाइंट का हिसाब कर कुल 1 लाख 99 हजार 980 रुपये नगद एक काले रंग के बैग में रखकर रात करीब 11:30 बजे पेट्रोल पंप से अपने घर शिवशक्ति नगर के लिए निकला था।बीमा चौराहे के आगे पहुंचते ही बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उससे बैग छीनने का प्रयास किया। आरोपियों ने आनंद को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे उसके हाथ में चोट आई, और बैग छीनकर मौके से फरार हो गए।
मामला दर्ज, जांच शुरू
घटना की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज की गई। पुलिस ने बीएनएस की धारा 61 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की। पुलिस अधीक्षक देवास पुनीत गेहलोत के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयवीर सिंह भदौरिया एवं नगर पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी निरीक्षक हितेश पाटिल के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
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कर्मचारी ही निकला साजिशकर्ता
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर पेट्रोल पंप कर्मचारियों से पूछताछ की गई। इस दौरान कर्मचारी सूरज उर्फ सूर्या परमार (20), निवासी ग्राम खरसोदखुर्द, जिला उज्जैन को अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में सूरज ने बताया कि वह एक युवती से प्रेम करता है और विवाह के लिए पैसों की आवश्यकता के कारण उसके मन में लालच आ गया। इसी कारण उसने अपने साथियों अरुण उर्फ करण मेवाती, मोहित उर्फ कालीचरण घावरी और विकास उर्फ तेजा सोंलकी के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई।
आरोपी उज्जैन से देवास आए और बिना नंबर की मोटरसाइकिल से लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी उजज्जैन जिले के निवासी हैं।
आरोपियों से जब्त सामग्री
पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त बजाज पल्सर एनएस मोटरसाइकिल, लूटा गया काला बैग, पेट्रोल पंप की हिसाब पर्चियां, फरियादी का आधार कार्ड, 1 लाख 16 हजार 700 रुपये नगद तथा लूट की रकम से खरीदा गया पेटी-पलंग, वॉशिंग मशीन, सोने का मंगलसूत्र पेंडल, चांदी की अंगूठी और पांव की बिछिया जब्त की है। साथ ही आरोपी अरुण के बैंक खाते में 30 हजार रुपये और आरोपी सूरज के खाते में 9 हजार रुपये की राशि होल्ड कराई गई है।
पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने बताया कि ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत देवास पुलिस ने इस वर्ष संपत्ति संबंधी अपराधों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। वर्ष भर में चोरी गई 7.40 करोड़ रुपये की संपत्ति में से 5.92 करोड़ रुपये की बरामदगी कर लगभग 80 प्रतिशत की रिकॉर्ड सफलता दर्ज की गई है।