मध्य प्रदेश में बेलगाम होते मोहन सरकार के अधिकारियों की दबंगई रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला हरदा जिले की टिमरनी विधानसभा क्षेत्र का है, जहां बिजली विभाग के एक अधिकारी ने न सिर्फ एक किसान की फसल को बर्बाद कर दिया, बल्कि अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए उस किसान पर ही मामला भी दर्ज करा कर उसे हिरासत में ले लिया गया। वह भी ऐसे समय, जब लगातार तीन दिन की छुट्टियां हैं, जिससे उसे इन दिनों जमानत ही ना मिल सके। हालांकि मामले की जानकारी लगते ही टिमरनी विधायक अभिजीत शाह पीड़ित किसान के पक्ष में करताना पुलिस चौकी पहुंचे। वहां वे उस अधिकारी पर मामला दर्ज करने को लेकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान उनका साथ देने बड़ी संख्या में किसान भी एकजुट हुए। करीब तीन घंटे चले इस धरने के बाद आश्वासन दिया गया कि उस अधिकारी को सस्पेंड किया जाएगा। साथ ही सुबह किसान को भी जमानत दे दी जाएगी।
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हरदा जिले की टिमरनी तहसील के अंतर्गत आने वाली करताना पुलिस चौकी क्षेत्र में किसान मोहित राजपूत के खेत मे मूंग की फसल लगी हुई थी। इसी बीच इस किसान की खेत में खड़ी फसल को रौंदते हुए बिजली का खंभा लगाने बिजली विभाग के जेई संदीप डूडी खेत पहुंचे, जिन्हें किसान ने जब फसल खराब होने का हवाला देते हुए रोका, तो जेई साहब को गुस्सा आ गया और उन्होंने शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की शिकायत करताना पुलिस चौकी में कर दी। बिजली विभाग के अधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने भी तुरन्त किसान को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन किसान को थाने से जमानत नहीं देते हुए हिरासत में ले लिया गया। इस बीच किसान ने टिमरनी विधायक अभिजीत शाह से मदद मांगी।
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जानकारी लगते ही अभिजीत शाह मौके पर पहुंचे और जब उनके निवेदन करने पर भी बात नहीं बनी। तब विधायक अपने समर्थकों संग चौकी के बाहर ही धरने पर बैठ गए। उसके बाद हरदा विधायक डॉ. आरके दोगने ओर कांग्रेस जिला अध्यक्ष ओम पटेल भी धरना स्थल पर पहुंचे। वहां पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और किसान की रिहाई के साथ ही बिजली विभाग के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। हालांकि करीब तीन घंटे चले इस धरने के बाद विधायक की मांग मानते हुए सुबह किसान को जमानत देने के साथ ही बिजली अधिकारी को सस्पेंड करने का भी आश्वासन जिला प्रशासन के द्वारा दिया गया। उसके बाद विधायक का धरना समाप्त हुआ।