नेता सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल की चौथी मंजिल से कूदकर एक छात्र ने आत्महत्या कर ली। छात्र अपने परिवार को इकलौता बेटा था। उसकी दोनों बड़ी बहन डॉक्टर हैं और माता-पिता गुड़गांव में नौकरी करते हैं। चौथी मंजिल से छलांग लगाने से पहले मेडिकल छात्र ने अपने परिजनों पर दोस्तों को मैसेज भी किये थे। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया है। इस घटना अस्पताल प्रबंधन तथा छात्र सदमे में हैं।
गढा थाना प्रभारी प्रसन्न कुमार शर्मा से प्राप्त जानकारी के अनुसार मूलत: रीवा का निवासी शिवांश गुप्ता नेता जी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल नंबर 4 में रहकर पढ़ाई कर रहा था। मेडिकल छात्र ने दोपहर लगभग 12 बजे हॉस्टल की चौथी मंजिल से छलांग लगाई। घटना के बाद उसे गंभीर चोटें आईं। साथियों के द्वारा उसे उसे तत्काल अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया। उपचार के दौरान लगभग ढाई बजे मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। एफएसएल की टीम जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण को विवेचना में लिया है।
ये भी पढ़ें-
हमीदिया अस्पताल के विशेषज्ञ मरीजों को फोन पर देंगे परामर्श, अस्पताल में टेलीमेडिसिन सेंटर शुरू
मेडिकल हॉस्पिटल के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना के बताया कि यह एक दुखत घटना है। घटना की जानकारी मिलने पर वह तथा स्टाफ घटनास्थल में पहुंच गए थे। छात्र ने इसी साल प्रथम वर्ष में एडमिशन लिया था। छात्र पढ़ाई के अच्छा था और उसके 66 प्रतिशत अंक आये थे। उसकी दोनों बड़ी बहन डॉक्टर हैं। उनका परिवार मूलत: रीवा का रहने वाला है। छात्र गत रात प्राइवेट रूम लेकर रहने वाले तीन दोस्तों के पास गया था। सुबह दोनों पर दोस्त अपनी क्लॉस में चले गये थे और छात्र हास्टल लौट आया था। वह अपनी क्लॉस में नहीं गया था। उसने अपने दोस्त को मैसेज किया कि मैं जो करने जा रहा हूं, गलत है, तुम लोग ऐसा मत करना। मैसेज पढ़कर उसके कुछ छात्र हॉस्टल पहुंचे तो देखा शिवांश रेलिंग के पास खड़ा है। दोस्तों ने उसे रुकने के लिए आवाज लगाई परंतु वह कूद गया। उसके साथियों ने बताया कि वह विगत एक पखवाड़े से डिप्रेशन में था और उसे हॉस्टल में अच्छा नहीं लगता था। मेंटरशिप योजना के तहत 20 छात्रों की मॉनिटरिंग के लिए एक टीचर को नियुक्त किया गया है।