देश की संसद के बाहर बीते दिनों हुई धक्का-मुक्की इस समय देश भर में ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसके पक्ष और विपक्ष में लगातार दोनों ही दलों के बड़े नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। इसी बीच इस मामले में मध्यप्रदेश के खंडवा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल का भी बड़ा बयान सामने आया है। सांसद पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी सहित कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस को गुंडागर्दी करने वाली पार्टी बताते हुए, देश की जनता को भोला भाला बताया है तो वहीं अमित शाह के वीडियो को कांट-छांट कर पेश करना बताया है। यही नहीं, उन्होंने नेहरू पर बाबा साहब को संसद नहीं पहुंचने देने के लिए चुनाव हराने तक का गम्भीर आरोप भी लगाया है।
खंडवा के बीजेपी कार्यालय पहुंचे लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने शनिवार को कांग्रेस सहित राहुल गांधी और नेहरू गांधी पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि संसद का वह जो एरिया था, वहां मीडिया को अलाउ नहीं रहता है। लेकिन वे खुद इसके प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं। वास्तव में तो कांग्रेस पूरी गुंडागर्दी पर उतर आई है और उन्होंने हमारे गृहमंत्री अमित शाह पर जो आरोप लगाए हैं, उस पर उनके वीडियो को कांट छांट कर कुटिलता की जो राजनीति कांग्रेस की अब तक चली है, वह अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।
देश की जनता है भोली, कांग्रेस कर रही झूठ की राजनीति
वहीं सांसद पाटिल ने कहा कि चूंकि हमारे देश की जनता भोली भाली है, इसलिए उन्होंने (कांग्रेस) जो कांट छांट कर प्रस्तुत किया। हमारी भोली जनता ने सुन लिया और उस बात को लेकर हंगामा खड़ा हो गया। यदि गृहमंत्री अमित शाह के स्टेटमेंट को पूरा सुना या पढ़ा जाएगा, तो उसमें पूरी सत्यता सामने आ जाएगी। लेकिन इन्होंने (कांग्रेस) जो हंगामा किया है, उसके खिलाफ में हमारे लोग भी बैठे हैं कि कांग्रेस जो झूठ की राजनीति कर रही है और बाबा साहब के नाम पर जो राजनीति करने का प्रयास कर रही है तो कांग्रेस ने बाबा साहब को दिया ही क्या है।
भाजपा ने बाबा साहब को दिया भारत रत्न
यही नहीं, सांसद पाटिल ने कहा कि कांग्रेस यदि चाहती या नेहरू यदि चाहते तो जब इलेक्शन हुए थे उस समय बाबा साहब के लिए उन्होंने उस सीट को जीत कर लाना था। उस समय तो उन्होंने उनको हराने के लिए पूरी ताकत लगा दी, जिससे बाबा साहब आंबेडकर जैसे ज्ञानी व्यक्ति यदि सदन में आएगा तो उनकी एक तरफा दादागिरी चलने नहीं देते। इसलिए उन्होंने बाबा साहब को रोकने का पूरा प्रयास किया है। ये चाहते तो बाबा साहब को भारत रत्न पुरस्कार दे सकते थे। लेकिन इन्होंने नहीं दिया और यदि उन्हें किसी ने भारत रत्न पुरस्कार दिया है तो वह भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिया है। ऐसा कभी आपने सुना है कि जो प्रधानमंत्री है, वह खुद अपने आप को भारत रत्न से नवाजने का काम करे। नेहरू जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए भारत रत्न ले लिया। इंदिरा जी ने ले लिया। जब ये बाबा साहब के दलित समाज के इतने हितैषी थे, तो सबसे पहले बाबा साहब को भारत रत्न देना था। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जो जिस चीज के लिए काबिल हैं, ऐसे व्यक्तियों के साथ हमेशा न्याय करने का काम किया है।
संसद में धक्का-मुक्की का यह बताया घटनाक्रम
यही नहीं सांसद पाटिल ने कहा कि राहुल गांधी जब ऊपर चढ़ रहे थे तो मैं भी साक्षी हूं कि वहां पर एक किसी सांसद को उन्होंने धक्का दिया और पास में खड़े प्रताप सारंगी जी गिर गए। अगर वह धक्का नहीं देते तो सांसद सारंगी नहीं गिरते। हम लोग वहां बैठे थे और अगर आपको संसद में जाना है, तो वहां जाने के दो रस्ते हैं। जहां हमारी महिला सांसद और बाकी सांसद बैठे हैं और आप आओगे और कहोगे कि हम यही से जाएंगे तो इतनी दादागिरी तो देश के अंदर करने का किसी को अधिकार नहीं है।