मप्र के खंडवा जिले में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष फाजिल पटेल के यहां हुए विवाह समारोह में चली गोली में दो लोग घायल हो गए थे। इसके बाद से ही मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि, पुलिस ने चार दिन बाद गुरुवार को इस मामले में बंदूक को लापरवाही से इस्तेमाल का केस दर्ज किया है। चार दिन बाद हुई एफआईआर को लेकर पुलिस का कहना है कि घायल व्यक्ति शिकायत नहीं करना चाहता था, पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि, सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि विवाह समारोह में क्षेत्रीय सांसद और विधायक समेत भाजपा के कई स्थानीय नेता शामिल हुए थे, जिनके दबाव में अब तक मामला दर्ज नहीं किया गया था।
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दरअसल, जिले के थाना जावर अंतर्गत आने वाले ग्राम मछोण्डी में 14 अप्रैल को भाजपा नेता फाजिल पटेल के दो बेटों के विवाह समारोह के साथ ही पुत्री की सगाई का कार्यक्रम था। इस दौरान स्टेज पर नाच-गाना चल रहा था, जिसमें शामिल होने पहुंचे इंदौर के टिंकू उर्फ गिरीश ठक्कर कमर पर बांधी अपनी लाइसेंसी बंदूक के साथ डांस कर रहे थे। इस दौरान गोली चल गई, जिससे पहले टिंकू घायल हुए। इसके बाद वही गोली पास में ही डांस कर रहे एक अन्य मेहमान फिरोज के पैर में लग गई। गंभीर रूप से घायल फिरोज भाई को शहर के निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां ऑपरेशन के बाद गोली निकाली गई।
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डीएसपी ने बताया एफआईआर में क्यों हुई देरी
खंडवा डीएसपी अनिल चौहान ने बताया कि 14 तारीख को हुए विवाह समारोह के दौरान इंदौर के टिंकू की लाइसेंसी बंदूक से एक गोली चली थी, जो कि शादी में आए एक मेहमान फिरोज भाई को लगी। वे शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती रहे और वहां उनके पैर से गोली निकाली गई। हादसे में गोली लगने से टिंकू भी घायल हो गया हुआ। मामले में गन के साथ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है। गोली किसी ने जानबूझकर नहीं चलाई है। उन्होंने बताया कि जो घायल हुए थे, वे किसी तरह की कार्रवाई नहीं चाहते थे। आखिर में पुलिस ने खुद संज्ञान लेकर केस दर्ज किया है।