{"_id":"670f8b0825554e0a0d006ed2","slug":"khargone-corruption-in-the-village-panchayat-dogavan-by-sarpanch-sachiv-panchs-submitted-a-memorandum-demanding-action-khandwa-news-c-1-1-noi1224-2220117-2024-10-16","type":"video","status":"publish","title_hn":"Khargone: सरपंच सचिव की मनमानी से हो रहा है भ्रष्टाचार, पंचों ने ज्ञापन सौंपकर की कार्रवाई की मांग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Khargone: सरपंच सचिव की मनमानी से हो रहा है भ्रष्टाचार, पंचों ने ज्ञापन सौंपकर की कार्रवाई की मांग
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खरगोन Published by: खंडवा ब्यूरो Updated Wed, 16 Oct 2024 03:32 PM IST
खरगोन जिले की कसरावद जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत दोगांवां में भ्रष्टाचार और शासकीय राशि के दुरुपयोग करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि सरपंच अर्जुन वर्मा एवं सचिव अशोक वर्मा के द्वारा द्वारा बगैर ग्राम सभा की बैठक लिए और बिना ठहराव प्रस्ताव के काम करवाये जा रहे हैं। यही नहीं, साधारण बैठक एवं प्रतिमाह होने वाली बैठक के बगैर ही केवल सहमति से लाखों रुपए के विकास कार्य पंचायत ने कराए हैं।
इस भ्रष्टाचार को लेकर उप सरपंच प्रतिनिधि एवं पंचों के द्वारा एसडीम के नाम नायब तहसीलदार शेफाली अग्रवाल को ज्ञापन दिया गया है। यहां उपसरपंच प्रतिनिधि और पंचगण द्वारा बताया गया कि कार्यों की जानकारी पंचायत में लेने गए तो उनको डरा धमका कर सरपंच सचिव द्वारा पंचायत से बाहर कर दिया गया। इधर सरपंच अर्जुन वर्मा का कहना है कि उपसरपंच प्रतिनिधि मुझे नियम विरुद्ध तरीके बता कर पैसों का आहरण करना चाहते हैं। उनकी बात नहीं मानी तो तहसील कार्यालय आकर उनकी टीम के द्वारा ज्ञापन दिया गया है।
इधर इस मामले में गांव के वार्ड क्रमांक 2 के पंच अरविंद चौहान ने बताया कि जो हमारे सरपंच और सचिव हैं उनका चुनाव हुए करीब ढाई साल बीत गया, लेकिन गांव में अभी तक कोई भी विकास के काम नहीं हुए और अगर कुछ करवाया भी जा रहा है तो उसे बिना प्रस्ताव के ही पास करवाया जा रहा है।
जो उन्होंने अभी पंचायत की मीटिंग रखी थी, उसमें हमने जब उनसे इसको लेकर पूछा तो उन्होंने किसी भी प्रस्ताव को दिखाने से साफ मना कर दिया। वहीं इससे जुड़ी जानकारी लेने के लिए वह जनपद जाने का कहते हैं। जबकि गांव से जुड़ी जानकारी पंचायत से ही मिलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने करीब 20 से 25 लाख के बिल एक्सेल शीट पर बनाकर पेश करें हैं, जिनका कोई भी ब्यौरा नहीं दिया गया है।
पूरे मामले की जांच कराकर की जाए कार्रवाई
यही नहीं पंच चौहान ने आरोप लगाया कि, गांव में सफाई अभियान के नाम पर 5 से 10 लाख रुपए का काम दिखाया गया है, जबकि केवल एक जेसीबी चलाई गई है। इसके अलावा कोई काम सफाई को लेकर नहीं हुआ, और फर्जी बिल के जरिए इसका पेमेंट सफाई अभियान के नाम पर निकाला गया है। इसके अलावा अभी नाली वगैरह जहां बनना थी, वहां न बनते हुए दूसरी जगह बनी है और उसके काम भी अधूरे पड़े हैं, जिसके गिट्टी वगैरह में उलझ कर लोग गिर रहे हैं। इस तरह से पंचायत के सचिव और सरपंच के द्वारा कोई भी सही से जवाब नहीं दिया जा रहा है। तो हमारी यही मांग है कि जितने भी काम हुए हैं, उनके हमें प्रस्ताव दिखाए जाएं, और सफाई अभियान के नाम पर पैसा किसके खाते में कितना गया है उसका हमें पूरा ब्यौरा दिया जाए।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।