नर्मदापुरम पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक अरुण उइके शुक्रवार सुबह से लापता थे। उनकी गुमशुदगी की जानकारी तब सामने आई जब वह समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे और उनका मोबाइल फोन भी बंद मिला। बाद में उनकी बाइक, कपड़े, मोबाइल और पर्स पोस्ट ऑफिस घाट के पास नर्मदा नदी किनारे बरामद हुए। इससे उनके नदी में डूबने की आशंका जताई गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। शुक्रवार से लगातार सर्च अभियान चलाया गया। शनिवार को 24 घंटे की तलाश के बाद आरक्षक अरुण उइके का शव नर्मदा नदी से बरामद किया गया।
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इस संबंध में प्लाटून कमांडेंट अमृता दीक्षित ने बताया कि आरक्षक अरुण उइके शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे पोस्ट ऑफिस घाट पर नहाने के लिए गए थे। जब वह ड्यूटी पर समय पर उपस्थित नहीं हुए तो आरआई द्वारा उनकी खोजबीन शुरू की गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि वह घाट पर गए थे, जिसके बाद से ही लापता थे।
शव मिलने के बाद पंचनामा तैयार कर शव को जिला अस्पताल भिजवाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। आरक्षक के निधन की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। परिजन शव को बैतूल ले गए, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दुखद घटना पर आईजी और नर्मदापुरम के पुलिस अधीक्षक डॉ. गुरकरन सिंह ने शोक व्यक्त किया है।
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