मध्यप्रदेश भोपाल की लोकायुक्त की टीम ने राजगढ़ जिला मत्स्य महासंघ की अधिकारी के आउटसोर्स कर्मचारी को मछली ठेकेदार से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि यह रिश्वत महिला अधिकारी के लिए ली गई थी, जो कि फरार है।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता अनवर कादरी ने बताया कि मत्स्य विभाग की महिला अधिकारी सुरेखा सराफ के द्वारा रिश्वत के रुपयों के लिए उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा था। परेशान होकर उन्होंने पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से की, जिसके पश्चात लोकायुक्त की टीम ने आउटसोर्स कर्मचारी को एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ जीरापुर में रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। वहीं शिकायतकर्ता के द्वारा महिला अधिकारी पर फर्जी समिति का निर्माण कर गबन करने के भी आरोप लगाए हैं।
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भोपाल लोकायुक्त टीम की इंस्पेक्टर रजनी तिवारी उक्त मामले में कहती हैं कि शिकायतकर्ता अनवर कादरी ने एक अप्रैल को भोपाल लोकायुक्त को शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्होंने सात वर्ष के लिए कुंडलियां डैम से मछली का ठेका लिया हुआ है। नवंबर 2024 से जबसे इन्होंने वहां मशीनें डालकर काम करना शुरू किया तब से ही जिला मत्स्य महासंघ की जिला अधिकारी सुरेखा सराफ तीन माह से किसी न किसी तरह से उन्हें परेशान कर रही हैं। उन पर तीन लाख रुपये प्रतिमाह रिश्वत देने का दबाव बना रही थीं। इनकी शिकायत सत्यापन में सही पाई गई। टीम ने मुबारिक गौरी को एक लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मैडम अपने आवास और कार्यालय से फरार हो गई। उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।