मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में एक शादीशुदा महिला और पुरुष की आपस में फोन पर हुई बातचीत अब आशिक और उसके परिवार के लोगो के लिए मुसीबत बनती जा रही है। बीते दिनों नाराज पति ने पत्नी के आशिक के घर लाठी डंडे से लैस होकर हमला कर दिया और पथराव भी किए, जिसके सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने महिला के ससुराल पक्ष के लोगों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है।
जानकारी के मुताबिक, राजगढ़ शहर के मुख्य बाजार में निवास साड़ी की दुकान संचालित करने वाले सोनी परिवार के एक सदस्य की रघुनाथपुरा गांव में तंवर समाज की एक महिला से फोन पर प्यार भरी बातें लगभग दो माह से चल रही थी, जिसकी भनक महिला के पति और ससुराल वालों को लगी तो उन्होंने पहले महिला से मारपीट की। उसके पश्चात महिला की शिकायत पर उसके ससुराल पक्ष के लोगों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया गया।
एफआईआर से बौखलाया महिला का पति और उसके ससुराल पक्ष के लोग 21 फरवरी को महिला के आशिक के घर जा पहुंचे और गांव के प्रथा के मुताबिक उससे महिला को अपने पास रखने और दस लाख रुपये झगड़ा अदा करने की मांग करने लगे और महिला के आशिक को मारने पर उतारू हो गए। डर के मारे पीड़ित महिला का आशिक उस समय तीस फीट ऊंची छत से नीचे कूद गया और उसका पांव फ्रैक्चर हो गया। लेकिन उसकी परेशानी अभी भी कम नहीं हुई थी। शिवरात्रि पर्व पर निकलने वाले जुलूस के दौरान बाइक पर सवार होकर महिला का पति और ससुराल पक्ष के लोग महिला के आशिक के घर जा पहुंचे और लाठी डंडे सहित पत्थरों से पीड़ित परिवार के घर ने हमला कर दिया और फरार हो गए।
कोतवाली थाना प्रभारी उमाशंकर मुकाती के मुताबिक, घटना वाले दिन पीड़ित परिवार को उन्होंने कोतवाली थाने में भी बुलाया। लेकिन डर के कारण उन्होंने एफआईआर दर्ज नहीं की। लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई करते हुए कैलाश पिता भारमल तंवर, गुड्डू पिता परता जी, मांगीलाल पिता प्यारेलाल, भारमल पिता शालकराम तंवरा और रामबाबू पिता भारमल तंवर को आरोपी बनाते हुए धारा 170, 126 व 135 बीएनएस के तहत कार्रवाई करते हुए शनिवार को सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया और न्यायालय में प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया है।
सूत्रों की माने तो पीड़ित परिवार उक्त आरोपियों से इतने खौफ में है कि वह अब भी यही चाहता है कि जैसे-तैसे वे इस कुप्रथा के चुंगल से निकले और समझौता हो जाए। ताकि ये लोग आइंदा भी उन्हें परेशान न करें। पीड़ित पक्ष के मुताबिक, महिला दुकान में साड़ी लेने के लिए आई थी और उधारी के पैसे लौटने के लिए पीड़ित के मोबाइल नंबर लेकर गई थी। लेकिन पैसे लौटने की बजाय वह पीड़ित से क्लोज हो गई और अब इनकी बीच हुई बातचीत को आधार बनाकर झगड़ा मांगा जा रहा है, जिसकी तादाद लाखों में है
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