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The one who used to stop breathing bids a smiling farewell, the premature newborn gets a new lease of life
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Shahdol News: जिसकी उखड़ सकती थी सांसे, वो बच गई, समय पूर्व जन्मी नवजात की अनौखी कहानी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शहडोल Published by: शहडोल ब्यूरो Updated Thu, 20 Feb 2025 03:58 PM IST
शहडोल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें तय समय से पहले एक बच्ची का जन्म हो गया। जन्म के समय नवजात का वजन मात्र 850 ग्राम था। नवजात की देखभाल अच्छी तरह से की गई । इसके बाद उसका वजन भी बढ़ा और वो स्वस्थ्य होकर अपने घर भी चली गई।
शहडोल जिला चिकित्सालय में एक ऐसे नवजात को नया जीवन मिला, जो महज सात माह तक मां की कोख (गर्भ) में रही। नवजात का जन्म तय समय से पहले हो गया। जन्म के समय उसका वजन एक किलो ग्राम से भी कम करीब 850 ग्राम ही था। नवजात को परिजनों द्वारा जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया।
अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर सुनील हथगेल ने बताया कि खमरिया टोला सोहागपुर की रहने वाली आशा बैगा ने समय से 2 माह पहले एक नवजात को जन्म दिया। समय पूर्व प्रसव होने के कारण नवजात काफी कमजोर थी ,उसका वजन मात्र 850 ग्राम ही था । जन्म के बाद उसकी हालत देख माता -पिता भी दुखी हो गए। सवाल ये था कि इतने कम वजन का नवजात आगे कैसे जीवित रहेगा। फिर भी एक उम्मीद के साथ आशा बैग नवजात को लेकर जिला चिकित्सालय पहुँची । चिकित्सीय परीक्षण उपरान्त नवजात को एसएनसीयू ( नवजात गहन चिकित्सा कक्ष ) में भर्ती किया गया ।
डाक्टर हथगेल ने बताया कि उस नवजात का इलाज कर उसे बचाना हमारे लिए एक कठिन चुनौती थी । फिर भी हमने इसे चैलेन्ज के रूप में स्वीकार किया। उसका उपचार शुरू किया । वार्ड के स्टाफ के सहयोग से नवजात के इलाज के दौरान उसमें ग्रोथ होना शुरू हुई । अंततः करीब 59 दिनों तक उसका समुचित उपचार हुआ। बीते दिनों उसे यहां से डिस्चार्ज भी कर दिया गया। इसके बाद परिजन एस एन सीयू के चिकित्सक व स्टाफ को दुआएं देते अपनी लाडली को ख़ुशी ख़ुशी घर ले गए।
चुनौती भरा था इलाज करना
डाक्टर हथगेल ने बताया कि ऐसे नवजात में इन्फेक्शन का भी बहुत खतरा होता है । ऐसे शिशुओं को बचा पाना काफ़ी मुश्किल होता है। उपचार के दौरान बच्ची को दो बार खून भी चढ़ाया गया । बच्ची के उपचार में उनकी माँ ने हमारा पूरा साथ दिया । जिन बातों को उनको बताया और समझाया गया। सबका पालन मां ने किया । जीवन और मृत्यु के संघर्ष के बीच सबके प्रयासों की जीत हुई । हम सभी इसके बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं ।
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