पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने शनिवार शाम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंतरराज्यीय चोर गिरोह का खुलासा किया। इस गिरोह के पास से 17 बाइक और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली जप्त की गई है, साथ ही छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह खुलासा टीकमगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में किया गया।
तीन राज्यों में फैला था गिरोह का नेटवर्क
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह गिरोह टीकमगढ़, छतरपुर (मध्य प्रदेश) और झांसी (उत्तर प्रदेश) से बाइक चोरी करता था। इसके अलावा, टीकमगढ़ जिले के देहात थाना क्षेत्र से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली की चोरी भी की गई थी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है। आरोपियों ने एक महिला से लूटपाट की वारदात को अंजाम देने की बात भी कबूल की है।
ऐसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़
टीकमगढ़ जिले के देहात, दिगौड़ा और मोहनगढ़ थाना क्षेत्रों में लगातार हो रही बाइक चोरी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। संदेह के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उनके कब्जे से 17 मोटरसाइकिल और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली बरामद की गई।
गिरफ्तार आरोपी और बरामद वाहन
गिरफ्तार किए गए आरोपी आदतन अपराधी हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:
- संदीप कुमार जैन – निवासी बानपुर, उत्तर प्रदेश
- जय सिंह परमार – निवासी लड़वारी, जिला ललितपुर, उत्तर प्रदेश
- सनी बांसकर – निवासी बटवाहा, जिला ललितपुर, उत्तर प्रदेश
- बृजेश प्रसाद मिश्रा – निवासी अनगोर, जिला छतरपुर, मध्य प्रदेश
- नरेंद्र राजा – निवासी झांसी, उत्तर प्रदेश
- अवतार पाल – निवासी बार, जिला ललितपुर, उत्तर प्रदेश
इन आरोपियों के पास से वाहन बरामद किए गए हैं:
- 4 बुलेट मोटरसाइकिल
- 5 स्प्लेंडर मोटरसाइकिल
- 6 अपाचे मोटरसाइकिल
- 1 पल्सर मोटरसाइकिल
- 1 लीवो मोटरसाइकिल
- 1 ट्रैक्टर-ट्रॉली
बरामद वाहनों की कुल अनुमानित कीमत लगभग 24 लाख रुपये बताई जा रही है।
ऐसे देते थे चोरी को अंजाम
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह संगठित तरीके से काम करता था। चोरी की घटनाओं को अंजाम देने से पहले गिरोह के कुछ सदस्य इलाके की रेकी करते थे, फिर मौके का फायदा उठाकर बाइक चोरी कर लेते थे। चोरी के बाद ये वाहन अन्य राज्यों में बेच दिए जाते थे। पुलिस ने आरोपियों के अन्य साथियों की तलाश भी शुरू कर दी है और गिरोह के पूरे नेटवर्क को उजागर करने के लिए आगे की जांच जारी है।