दीपावली के त्योहार की रात देर तक पूजा और पटाखों की गूंज के बाद, टीकमगढ़ लोकसभा से सांसद और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक शुक्रवार की सुबह सैर पर निकल पड़े। सुबह 5:00 बजे उठकर रेलवे स्टेशन रोड की ओर 6 किलोमीटर की वॉक करने के बाद वे टीकमगढ़ शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी नजाई पहुंच गए। बिना किसी सुरक्षा या नौकर के साधारण जीवन जीने वाले केंद्रीय मंत्री सब्जी मंडी में सुबह-सुबह सब्जी विक्रेताओं से मोलभाव करते नजर आए। यह उनकी दिनचर्या का हिस्सा है कि जब भी वे टीकमगढ़ में होते हैं, सुबह 5:00 बजे निकलकर रेलवे स्टेशन रोड पर मॉर्निंग वॉक करते हैं और इसके बाद थैला लेकर पैदल सब्जी मंडी की ओर जाते हैं। उनकी दिनचर्या में सुबह 5:00 से लेकर 8:30 बजे तक लगभग 7 से 8 किलोमीटर पैदल चलना शामिल है। 70 साल की उम्र में भी उनमें वही जोश है जो किसी 25 साल के युवा में होता है। वे कहते हैं कि जितनी मेहनत करेंगे, शरीर उतना ही फिट रहेगा, इसलिए उनकी यह दिनचर्या बनी हुई है।
केंद्रीय मंत्री खटीक कहते हैं कि यदि वे दिल्ली में होते हैं तो वहां भी सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते हैं या फिर देश के किसी भी हिस्से में हों, उनकी दिनचर्या में कोई बदलाव नहीं होता। उनका मानना है कि यदि शरीर को स्वस्थ रखना है तो व्यायाम और पैदल चलना आवश्यक है, जिससे फिटनेस और रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। यही वजह है कि 70 वर्ष की उम्र में भी वे एक युवा से ज्यादा काम कर पाते हैं, बिना किसी थकान और आलस के।
हरी सब्जी और कच्चा पपीता से भरा थैला
शुक्रवार की सुबह, टीकमगढ़ शहर की नजाई मंडी में केंद्रीय मंत्री और टीकमगढ़ लोकसभा सांसद वीरेंद्र खटीक ने भिंडी, भाजी, कच्चे टमाटर, कच्चे केले और कच्चे पपीते की खरीदारी की। वीरेंद्र खटीक ने बताया कि उन्हें सुबह या शाम खाने में भाजी सबसे अधिक पसंद है। उन्होंने यह भी बताया कि बुंदेलखंड में मिलने वाली नौरपा की भाजी पेट के लिए बेहद लाभदायक होती है और इससे पेट संबंधी किसी प्रकार की समस्या नहीं होती। उनके अनुसार, कच्चे केले और कच्चे पपीते की सब्जी उनकी सबसे पसंदीदा है, जिसे वे प्रतिदिन खाते हैं।