खाचरोद उपजेल से गुरुवार शाम तीन कैदियों के फरार होने के मामले में जेल डीजी ने बड़ी कार्रवाई की है। घटना के बाद जेल डीजी वरुण कपूर ने जेलर नवीन नीमा, नीमच के जेलर मनोज चौरसिया (समय पर कार्यभार ग्रहण न करने पर) और गेटकीपर को निलंबित कर दिया है। घटना के बाद शुक्रवार को जेल डीजी वरुण कपूर खाचरोद पहुंचे और मामले की समीक्षा की। प्रथमदृष्टया लापरवाही पाए जाने पर जेलर नवीन नीमा, नीमच के जेलर मनोज चौरसिया (समय पर कार्यभार ग्रहण न करने पर) और गेटकीपर को निलंबित कर दिया गया है। डीजी कपूर ने बताया कि दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी
सभी जेलों में सुरक्षा ऑडिट अभियान शुरू
डीजी जेल कपूर ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है और भविष्य में ऐसी स्थिति न बने इसके लिए प्रदेश की सभी जेलों में सुरक्षा ऑडिट अभियान शुरू किया जा रहा है। प्रत्येक जेल अधीक्षक को प्रमाणित करना होगा कि परिसर में फरारी की संभावना पैदा करने वाली कोई सामग्री, संरचना या कमजोर बिंदु मौजूद न हों। मौके पर मिली सीढ़ी जैसे उपकरणों की पहचान कर हटाने और सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं। कैदियों को घर से भोजन या अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के संबंध में यदि किसी प्रकार की शिकायत मिलती है तो उसकी भी जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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दीवार कूदकर भाग गए थे तीन कैदी
उज्जैन में खाचरोद उपजेल से तीन कैदी भाग गए थे। जेल प्रशासन के मुताबिक कैदी महिला बैरक के पास रखी सीढ़ीनुमा सामग्री (सीडी) की मदद से शेड पर चढ़कर दीवार कूदकर भाग निकले। घटना शाम 5 से 5:15 बजे के बीच हुई, जबकि करीब 6 बजे बंदियों की गिनती में कमी पाए जाने पर जेल प्रशासन को इसकी जानकारी लगी। पुलिस को सूचना मिलते ही तलाश अभियान शुरू किया गया, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। फरार कैदियों में नारायण (31) निवासी चंदवासला, गोविंद( 35) निवासी जवाहर मार्ग नागदा और गोपाल (22), निवासी मालाखेड़ी शामिल हैं।