शुक्रवार रात्रि को तेज बारिश ने उज्जैन शहर की व्यवस्था की पोल खोल दी। लगभग दो घंटे तक हुई मूसलधार बारिश के चलते शहर के निचले इलाकों की कई सड़कें और चौराहे जलमग्न हो गए। केडी गेट चौराहा पर एक युवक की बाइक पानी के तेज बहाव में बह गई। युवक ने बाइक बचाने की कोशिश की, लेकिन तेज धार के कारण वह बाइक से काफी पीछे छूट गया। बाद में बाइक कुछ दूरी पर मिली।
शहर के कई इलाकों जैसे क्षीरसागर, तोपखाना, एटलस चौराहा, फव्वारा चौक, ऋषि नगर और शांति नगर में सड़कों पर 2 से 3 फीट तक पानी भर गया, जिससे लोगों की आवाजाही पर असर पड़ा। जलभराव के चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
शनिवार सुबह भी बारिश का सिलसिला जारी रहा। रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने उज्जैन के लिए अलर्ट जारी किया है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार शुक्रवार रात को 43 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस मानसून सीजन में अब तक कुल 11 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य औसत 36 इंच मानी जाती है। चिंता की बात यह है कि शहर की जलापूर्ति का मुख्य स्रोत गंभीर डेम अभी तक 20 प्रतिशत भी नहीं भर सका है।
पढ़ें: गजब है भाई: महीने में सिर्फ 25 पैसे कमाता है यह व्यक्ति, साल की आय तीन रुपये, मामला जानकर पकड़ लेंगे माथा
नगर निगम की तैयारियों की खुली पोल
मानसून से पहले नगर निगम को शहर के नालों की सफाई सहित जलभराव से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करनी थी, लेकिन शुक्रवार रात हुई बारिश ने निगम की तैयारियों की कलई खोल दी। केडी गेट पर देर रात तक कमर तक पानी भरा रहा, जबकि अन्य क्षेत्रों में भी हालात कुछ ऐसे ही रहे। स्थानीय नागरिकों ने निगम प्रशासन की लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई। जब इस विषय में महापौर मुकेश टटवाल से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।