अगर आप नागपंचमी के त्योहार पर उज्जैन में वर्ष में एक बार होने वाले भगवान श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन करने जा रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत उपयोगी है। लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए, उज्जैन में आज से ही अत्यधिक यातायात दबाव के चलते दो दिनों के लिए डायवर्जन और पार्किंग व्यवस्था लागू की गई है। इन व्यवस्थाओं की जानकारी आपको घंटों तक लगने वाले जाम से बचा सकती है।
डायवर्जन और पार्किंग प्लान
- बड़नगर से आने वाले वाहन मोहनपुरा ब्रिज के नीचे से मुरलीपुरा होते हुए भैरूपुरा से शंकराचार्य चौराहे के पास स्थित कार्तिक मेला मैदान (पी-9) में पार्क किए जाएंगे।
- नागदा की ओर से आने वाले वाहन साडू माता की बावड़ी, कुत्ता बावड़ी टर्निंग से राटड़िया रोड होते हुए राठौर क्षत्रिय तेली समाज मैदान (पी-10) में पार्क किए जाएंगे।
- आगर से आने वाले वाहन मकोड़ियाआम चौराहा, खाक चौक, जाट धर्मशाला, जूना सोमवारिया होकर कार्तिक मेला मैदान (पी-9) में पार्क किए जाएंगे।
- आगर से आने वाली बसें व बड़े वाहन चौपाल सागर से उन्हेल नाका होते हुए साडू माता की बावड़ी, कुत्ता बावड़ी से राठौर क्षत्रिय तेली समाज मैदान (पी-10) में पार्क किए जाएंगे।
- मक्सी, देवास, भोपाल, इंदौर की ओर से आने वाले चार पहिया वाहन मन्नत गार्डन (पी-5), इंपीरियल गार्डन (पी-4), कर्कराज पार्किंग (पी-7) एवं हरिफाटक ब्रिज के नीचे पार्क किए जाएंगे।
- यदि पार्किंग (पी-5) भर जाती है, तो उक्त मार्गों से आने वाले वाहन इंजीनियरिंग कॉलेज मैदान (पी-3) एवं प्रशांतिधाम पार्किंग (पी-1) में पार्क किए जाएंगे।
- इंदौर, देवास, मक्सी रोड से आने वाले दोपहिया वाहन हरिफाटक चौराहे से आगे लालपुल टर्निंग से कर्कराज पार्किंग में पार्क किए जाएंगे।
- बड़नगर एवं नागदा की ओर से आने वाले दोपहिया वाहन कर्कराज पार्किंग (पी-7) एवं शंकराचार्य चौराहे के पास गुरुद्वारा (प्रस्तावित अस्पताल) की भूमि (पी-11) में पार्क किए जाएंगे।
भारी वाहनों के लिए डायवर्जन प्लान
- इंदौर से नागदा, आगर और मक्सी की ओर जाने वाले भारी वाहनों को तपोभूमि से नरवर बायपास होकर मारुति शोरूम, शैफी पेट्रोल पंप से आगे डायवर्ट किया जाएगा।
- मक्सी से देवास व इंदौर की ओर जाने वाले भारी वाहन श्री सिंथेटिक्स से शैफी, मारुति शोरूम होते हुए देवास रोड, दताना होकर फोरलेन से आगे भेजे जाएंगे।
- नागदा, उन्हेल से उज्जैन होकर इंदौर, देवास की ओर जाने वाले भारी वाहनों को साडू माता की बावड़ी, आगर नाका, मंडी चौराहा, पांड्याखेड़ी, पाइप फैक्ट्री चौराहा, नागझिरी होकर दताना से भेजा जाएगा। यदि उपरोक्त पार्किंग स्थल पूर्णतः भर जाते हैं, तो प्रशांतिधाम एवं शनि मंदिर पार्किंग को आकस्मिक रूप से उपयोग में लाया जाएगा।
- हरिफाटक टी से महाकाल घाटी चौराहा की ओर 28 जुलाई 2025 की शाम 4 बजे से वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
- हरिफाटक टी से इंटरप्रिटेशन की ओर, जंतर-मंतर से जयसिंहपुरा, चारधाम पार्किंग की ओर वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
- शंकराचार्य चौराहे से नरसिंह घाट, दानीगेट और भूखी मात टर्निंग की ओर वाहन प्रतिबंधित रहेंगे।
- दौलतगंज से लोहा पुल, कंठाल चौराहा से छत्री चौक, तेलीवाड़ा से कमरी मार्ग, दानीगेट से गणगौर दरवाजा, केडी गेट से टंकी चौराहा, भार्गव तिराहा से कमरी मार्ग की ओर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
यह तैयारियां की गईं
- दर्शन मार्ग व पार्किंग: श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने हेतु कर्कराज पार्किंग से दर्शन की कतार प्रारंभ की जाएगी। मार्ग को बेरिकेड्स से सुरक्षित किया जा रहा है।
- प्रवेश व निकास अलग-अलग: प्रवेश और निकास के लिए अलग मार्ग निर्धारित किए गए हैं।
- स्वास्थ्य व पेयजल सुविधा: मंदिर परिसर और दर्शन मार्ग में अस्थायी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और पेयजल की व्यवस्था की गई है।
- संकेतक और घोषणाएं: विभिन्न स्थानों पर संकेतक लगाए गए हैं एवं अनाउंसमेंट सिस्टम को सुदृढ़ किया गया है।
- एयरो ब्रिज की जांच: नागचंद्रेश्वर मंदिर तक जाने वाले विशेष पुल (एयरो ब्रिज) की तकनीकी जांच कर ली गई है।
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यह है प्रतिमा की विशेषता
श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर में 11वीं शताब्दी की अद्भुत प्रतिमा विराजित है, जिसमें भगवान नागचंद्रेश्वर सात फनों से सुशोभित हैं। साथ में शिव-पार्वती के वाहन नंदी और सिंह, श्रीगणेश, कार्तिकेय, सूर्य और चंद्रमा भी अंकित हैं। यह प्रतिमा नेपाल से लाई गई बताई जाती है और उज्जैन के अलावा कहीं और उपलब्ध नहीं है। प्रतिमा के पीछे भगवान नागचंद्रेश्वर का स्वयंभू शिवलिंग भी स्थित है।
ऐसे होगी त्रिकाल पूजा
- पट खुलने का समय: सोमवार, 28 जुलाई 2025 की मध्यरात्रि 12 बजे।
- प्रथम पूजन: श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीतगिरी महाराज द्वारा।
- द्वितीय पूजन: मंगलवार, 29 जुलाई 2025 को दोपहर 12 बजे अखाड़ा द्वारा।
- तृतीय पूजन: श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारियों द्वारा, सायं आरती के पश्चात।
- पट बंद होने का समय: 29 जुलाई 2025 को रात्रि 12 बजे के बाद।