इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए सबसे कठिन परीक्षा माने जाने वाली JEE एडवांस 2025 के रिजल्ट आज आईआईटी कानपुर के द्वारा घोषित किए गए, जिसमें इस वर्ष उज्जैन के हुसैन सालार और वेदांश यादव टॉप स्कोरर बने हैं। उन्होंने इस परीक्षा को क्वालीफाई किया जो की अपने आप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पढ़ाई के प्रति समर्पण, लगातार मेहनत और सतत अध्ययन कुछ इन्हीं सफलता के मूल मंत्रो को अपनाते हुए हुसैन सालार ने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE एडवांस्ड में ए आईआर 3704 और वेदांश यादव ने एआईआर 3921 का टॉप स्कोरर प्राप्त किया है। उज्जैन के आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के इन दोनों छात्रों ने अपनी इस उपलब्धि के लिए सतत अध्ययन से सफलता प्राप्ति का मार्ग बनाया है।
हुसैन सालार ने बताया कि वह 2 वर्षों से लगातार मेहनत कर रहा था। इसके बाद आज उसका यह सपना पूरा हुआ। इन दो वर्षों में हुसैन सालार ने खुद के विश्वास को कभी भी कमजोर नहीं होने दिया इसीलिए आज उन्हें इतनी अच्छी रैंक मिली है। इस सफलता के लिए हुसैन ने मोबाइल का उपयोग सिर्फ पढ़ाई के लिए किया और इबुक्स डाउनलोड करने के साथ अध्ययन किया। अभिभावक और आकाश एजुकेशनल की फैकल्टी के साथ मिलकर इतनी अच्छी रैंक बनाई है। इस सफलता के बाद वह आईआईटी में अच्छी ब्रांच लेकर देश की सेवा करना चाहते हैं।
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वहीं, वेदांश यादव जिन्हें इस परीक्षा में 3921 की रैंक मिली है, उन्होंने भी इस सफलता के लिए आकाश एजुकेशनल की फैकल्टी को धन्यवाद दिया और बताया कि 2 साल लगातार पढ़ाई के बाद उन्होंने यह तय कर लिया था कि आईआईटी में मुझे पहुंचना है। इसीलिए इस लक्ष्य को पूरा किया। उनका कहना था कि उनका मुख्य उद्देश्य तो एडवांस एग्जाम में अच्छी रैंक लाना ही था, ताकि वे एक अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेकर, एक बेहतरीन सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन सकें। उन्होंने अपनी तरह से एग्जाम की तैयारी करने वाले छात्रों को संदेश देते हुए कहा कि आप जिस भी तरह से तैयारी करें। लेकिन उसे लगातार करते रहें, क्योंकि इसमें निरंतरता जरूरी है। इसे बनाए रखने से हमेशा अच्छी रैंक मिलने की उम्मीद रहती है। यदि आप बीच में कोई गैप नहीं लेते हैं, तो उससे प्रोग्रेस हमेशा अच्छी होती है, और जो आपने उम्मीद की है। उस रैंक के आने के चांसेस बढ़ जाते हैं।