शहर की पुरानी पुलिया के पास मीनार के पुनर्निर्माण को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस कार्य के फिर से शुरू होने पर भाजपा और विश्व हिंदू परिषद सड़कों पर उतर आए हैं। विरोध जताते हुए दोनों संगठनों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पांच दिन के भीतर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व विधायक बनवारीलाल सिंघल ने कहा कि पहले इस निर्माण को यूआईटी ने अतिक्रमण मानते हुए विधानसभा में जवाब दिया था, लेकिन अब अचानक फिर से निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जो कि पूरी तरह से गलत और समझ से परे है। उन्होंने हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि पहले एक गाय का सिर मिलने की घटना हुई, फिर एक पुलिसकर्मी पर लाठी से हमला किया गया, यह सब एक समाज द्वारा शहर में डर और अराजकता फैलाने का प्रयास है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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सिंघल ने आगे कहा कि यह केवल एक मीनार नहीं बल्कि एक बड़ी मस्जिद का निर्माण है, जिसे एक आवासीय स्कूल परिसर में बनाया जा रहा है। इस पर पहले से ही न्यायालय की ओर से स्थगन आदेश है। प्रशासन को इस विषय में जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संयोजक प्रेमसिंह राजावत ने कहा कि हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा ली जा रही है। लक्ष्मणगढ़ और जिंदोली में गौकशी की घटनाएं हुईं, सोनावा के मंदिर में हिंदुओं को दर्शन करने से रोका गया और अब अवैध धार्मिक निर्माण किए जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि यदि पांच दिन के भीतर प्रशासन ने ठोस कार्रवाई नहीं की तो पूरा हिंदू समाज सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगा। पूर्व विधायक सिंघल ने कहा कि प्रशासन और सरकार सजग हैं लेकिन कई बार जमीनी स्तर पर अधिकारियों का ध्यान नहीं जाता। इसलिए ऐसे मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए हमें ज्ञापन देने आना पड़ा है।