छात्र संघ चुनाव की बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या में छात्र प्रताप ऑडिटोरियम से रैली निकालते हुए मिनी सचिवालय पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन ने किसी भी अनहोनी से बचाव के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया। छात्र नेता संदीप ओला ने कहा कि छात्र संघ चुनाव केवल छात्र राजनीति का हिस्सा नहीं, बल्कि लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने का एक माध्यम है। यह छात्रों के लिए नेतृत्व और राजनीति की पहली सीढ़ी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लगातार चुनाव टालकर छात्रों के अधिकारों का हनन कर रही है। ओला ने कहा कि नेता बनने की चाह रखने वाले युवाओं के लिए छात्र संघ चुनाव बेहद जरूरी हैं, क्योंकि यहीं से उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू होती है। अगर सरकार ने जल्द चुनाव की घोषणा नहीं की तो यह आंदोलन और भी उग्र रूप लेगा।
प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने हाथों में बैनर और पोस्टर लेकर नारेबाजी की और चुनाव करवाने की मांग को लेकर मिनी सचिवालय का घेराव किया। कई छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी आंदोलन में भागीदारी निभाई। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में रखा और छात्रों को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने की अपील की। वहीं, प्रदर्शन के कारण मिनी सचिवालय परिसर में आम जन और कर्मचारियों को थोड़ी देर के लिए असुविधा का सामना करना पड़ा।
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छात्र नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द गौर नहीं किया, तो आने वाले दिनों में प्रदेशभर में व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस मामले में मुंडावर विधायक ललित यादव ने कहा छात्र संघ चुनाव के हम समर्थन में है छात्र संघ चुनाव होने चाहिए उन्होंने छात्रों के हित में अपनी काफी प्रतिक्रिया दी जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा ने कहा कांग्रेस राज आते ही सबसे पहले छात्र संघ चुनाव हम करवाएंगे। इस बात को लेकर उन्होंने मिनी सचिवालय का घेराव किया। हालांकि कोई भी ज्ञापन नहीं दिया। अब यह छात्र संघ रणनीति कितना बड़ा रूप लेती है और क्या आगे छात्रों के हित में बात होती है यह देखने का बड़ा सवाल रहेगा।