जिले के लाखेरी कस्बे में बुधवार देर रात पापड़ी मेज नदी पुलिया पर अंधेरे और तेज बहाव के बीच एक कार अनियंत्रित होकर पुलिया से सीधे नदी में जा गिरी। घटना के बाद रात भर सर्च ऑपरेशन चला। देर रात लगभग डेढ़ बजे कार नदी की गहराई में दिखाई दी, जिसे क्रेन और रस्सियों की मदद से बाहर निकाला गया। कार के अंदर सवार व्यक्ति का शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया।
हादसे की सूचना मिलने के बाद राहगीरों के अलावा बड़ी संख्या में लोग नदी किनारे जमा हो गए। एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन की कमान एएसपी उमा शर्मा ने संभाली। प्रशासन ने क्रेन और रोप्स मंगवाए। भारी मशक्कत के बाद कार को पानी से बाहर निकाला गया। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी और उसके अंदर से एक शव दिखाई दिया।
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थाना प्रभारी सुभाष शर्मा ने बताया कि कार में बांरा जिले के सीसवाली निवासी 50 वर्षीय हरीश खंडेलवाल पुत्र केदार खंडेलवाल का शव मिला। जैसे ही शव की पहचान हुई, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। रेस्क्यू अभियान के दौरान एएसपी उमा शर्मा, कार्यवाहक एडीएम रवि वर्मा, डीएसपी नरेंद्र नागर और इंद्रगढ़ तहसीलदार राजेंद्र कुमार मीणा पूरे रात घटनास्थल पर मौजूद रहे। लगभग ढाई बजे रात रेस्क्यू अभियान पूरा हुआ। शव को अल सुबह 4 बजे पोस्टमार्टम रूम में रखा गया। गुरुवार सुबह मृतक के भाई लोकेश खंडेलवाल ने पुलिस को रिपोर्ट सौंपी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
हादसे के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि जब तक पुलिया पर सुरक्षा इंतजाम पुख्ता नहीं होंगे, हादसे रुकने वाले नहीं हैं। लोगों ने प्रशासन से ठोस कदम उठाने की मांग की। उन्होंने बताया कि दो से तीन वर्ष पहले इसी स्थान पर सवारियों से भरी बस भी अनियंत्रित होकर नदी में समा गई थी, जिसमें 24 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी।