रवि सोनड जो संयोजक हैं किसान मजदूर मोर्चा राजस्थान के। इन्होंने एसडीएम अमित चौधरी पुत्र रमेश चंद वर्तमान में राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी एवं एसडीओ, मालपुरा, टोंक के पद पर कार्यरत हैं। इनके खिलाफ रवि सोनड ने कहा कि SDM अमित चौधरी के चयन और नियुक्ति प्रक्रिया में अपराधिक मामले की जानकारी छुपाई गई है, जिसके चलते मामला और गरमा गया है।
रवि सोनड की माने तो SDM अमित चौधरी जब RAS अधिकारी बने, तब तक उनके खिलाफ एक अपराधिक मामला जिसकी एफआईआर संख्या 67/2013 पुलिस थाना आदर्श नगर अजमेर में दर्ज थी। उस मामले में चार दिसंबर 2015 को न्यायालय से संदेह का लाभ मिला हुआ है। इधर, रवि की माने तो राजस्थान सरकार के सेवा नियमों के अनुसार, ऐसा व्यक्ति आरएएस अधिकारी बनने का पात्र नहीं माना जा सकता है। चौधरी ने आरएएस भर्ती और नियुक्ति प्रक्रिया के दौरान इस अपराधिक मामले की जानकारी छुपाते हुए और जानबूझकर आरपीएससी में गलत जानकारी उपलब्ध करवाइ है, जो राजस्थान सिविल सेवा नियमों का उल्लंघन है।
रवि सोनड का आरोप तो यह भी है कि SDM चौधरी ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों सहित आदर्श नगर व सिविल लाइन पुलिस थाने के साथ मिलकर इस मामले की जानकारी छुपाने और अपनी निजी पात्रता गलत तरीके से दिखाई है। रवि ने कहा कि यह साजिश रचते हुए फर्जी दस्तावेजों को तैयार किया गया है, जिसमें IPC 420, 471, 120 B, 182 का उल्लंघन किया गया है। इसके चलते निजी जानकारी छुपाने से RPSC भर्ती नियमों कि भी अवहेलना हुई है।
उधर, रवि सोनड ने बताया कि इस शिकायत को उन्होंने मुख्यमंत्री, DGP राजस्थान, IG पुलिस अजमेर, SP पुलिस अजमेर, पुलिस थाना सिविल लाइंस अजमेर को किसान नेता रवि द्वारा पहुंचा गया है। अब यदि रवि सोनड की गई यह शिकायत है यदि सच साबित होती है तो आने वाले समय में इस मामले में नया और रोचक मोड आना निश्चित तय है।