दौसा जिले के बडोली गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आक्रोशित स्कूली छात्र छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन कर स्कूल पर तालाबंदी कर दी। इस दौरान छात्र-छात्राओं का कहना था कि स्कूल के शिक्षक क्लास में मोबाइल चलाते हैं, जिसके कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
वहीं, उन्होंने स्कूल स्टॉफ के रिक्त पदों को भरने की भी मांग की। करीब दो घंटे छात्र छात्राओं और ग्रामीणों का यह प्रदर्शन चला है, जिसके बाद सूचना पर जिला परिषद दौसा के सीईओ नरेंद्र मीणा और एसडीएम मूलचंद लूनिया, एपीसी समसा रंगलाल मीणा मौके पर पहुंचे और स्कूली छात्र छात्राओं और ग्रामीणों से समझाइश कर ताला खुलवाया। वहीं, अधिकारियो ने स्कूल स्टॉफ के रिक्त पदों को भरने के संबंध में राज्य सरकार को अवगत कराने का आश्वासन दिया है।
तालाबंदी के बाद छात्र छात्राओं का आरोप यह है कि शिक्षक क्लास में मोबाइल चलाते हैंं, जिससे छात्र छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। साथ ही स्कूल स्टॉफ के रिक्त पद भरने की भी है। जिसके चलते विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर किया विरोध प्रदर्शन भी किया। तालाबंदी की सूचना पर जिला परिषद सीईओ नरेंद्र मीणा, एसडीएम दौसा मूलचंद लूनिया सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और स्कूली छात्र-छात्राओं और ग्रामीणों से समझाइश कर स्कूल का ताला खुलवाया।
अब इस तालाबंदी के बाद सबसे बड़ी और अहम बात निकलकर जो सामने आ रही है, वह यह है कि एक तो स्कूल में शिक्षकों की वैसे ही कमी है, उसके बावजूद भी स्कूल में आने वाले शिक्षक सही समय पर नहीं पहुंचते और उसके ऊपर स्कूल में आने के बाद क्लास में मोबाइल पर लगे रहते हैं। यह कोई इसी स्कूल का नहीं बल्कि अधिकांश स्कूलों का मामला है। शिक्षा विभाग समय पर यदि इन स्कूलों को दिशा निर्देश दे और मॉनिटरिंग करे तो बच्चों को पढ़ाई का नुकसान होने से बचाया जा सकता है।