राजस्थान में नशा तस्करी के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और झुंझुनूं पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर गुरुवार देर रात 1014 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त किया। जब्त खेप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 5 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह अब तक शेखावाटी क्षेत्र में पकड़ी गई सबसे बड़ी खेप बताई जा रही है।
एमपी बॉर्डर से तीन दिन तक लोकेशन की ट्रेस
एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन और डीआईजी दीपक भार्गव, एएसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में बनी टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि उड़ीसा से भारी मात्रा में गांजा राजस्थान लाया जा रहा है। पुलिस ने इस सूचना पर तीन दिन तक तकनीकी साधनों से ट्रक की लोकेशन ट्रैक की। टीम ने मध्य प्रदेश सीमा झालावाड़ से ट्रक का पीछा करना शुरू किया और लगातार निगरानी बनाए रखी। अंततः झुंझुनूं पुलिस को अलर्ट करने के बाद उदयपुरवाटी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी कर ट्रक को रोक लिया गया।
गुप्त तहखाने से मिला गांजा
तलाशी के दौरान पुलिस को ट्रक में बना एक गुप्त तहखाना मिला, जो ड्राइवर सीट के ठीक पीछे छिपा हुआ था। इस गुप्त स्कीम से गांजे के बड़े-बड़े कट्टे निकाले गए। कुल 1014 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ, जिसकी कीमत 5 करोड़ रुपये से अधिक बताई गई। पुलिस ने मौके से दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया, जिनमें सुभाष गुर्जर (23) निवासी जाजोद और प्रमोद गुर्जर (20) निवासी दांतारामगढ़ जिला सीकर शामिल हैं।
शेखावाटी के बड़े तस्करों को होनी थी सप्लाई
प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह खेप उड़ीसा से लाई गई थी और इसे शेखावाटी क्षेत्र के कुख्यात तस्करों राजू पचलंगी और गोकुल तक पहुंचाना था। पुलिस अब इस नेटवर्क के फंडिंग, खरीद-बिक्री और सप्लाई चेन से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ में और भी बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।
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पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस पूरी कार्रवाई को सफल बनाने में एएसपी एजीटीएफ सिद्धांत शर्मा की देखरेख और झुंझुनूं एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय के समन्वय की अहम भूमिका रही। टीम में पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एएसआई शंकर दयाल शर्मा, हेड कांस्टेबल संदीप गांधी, कमल सिंह और शशिकांत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जयपुर और झुंझुनूं टीम के सुरेश कुमार, नरेश कुमार, अंकित ओला, विक्रम सिंह सहित कई पुलिसकर्मियों का योगदान सराहनीय रहा।
मिशन नशा मुक्त राजस्थान
एडीजी दिनेश एमएन ने कहा कि एजीटीएफ का मिशन 'नशा मुक्त राजस्थान' को साकार करना है और इसी क्रम में यह बड़ी कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस का सख्त अभियान आगे भी जारी रहेगा और किसी भी कीमत पर तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा।
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