राजधानी जयपुर स्थित एसएमएस अस्पताल में घायल एनएसयूआई कार्यकर्ता रवीन्द्र से मुलाकात के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और आरएसएस पर गंभीर आरोप लगाए। मीडिया से वार्ता में गहलोत ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में विरोध दर्ज कराने पहुंचे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की पुलिस की मौजूदगी में पिटाई की गई। उन्होंने दावा किया कि हमला करने वालों के पास विशेष प्रकार के डंडे थे और यह पूरी घटना पुलिस की देखरेख में हुई।
गहलोत ने सवाल उठाया कि लोकतंत्र कैसे चलेगा जब विपक्षी कार्यकर्ताओं की पुलिस के सामने पिटाई होगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने खुद वीडियो देखा है जिसमें पुलिसकर्मी एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को तोड़ते नजर आ रहे हैं। गहलोत ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया, लेकिन बाद में आरएसएस के दबाव में नॉन-बेलेबल धाराएं लगा दी गईं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने जयपुर पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जैसे अधिकारी दबाव में काम करने को मजबूर हैं और यदि दबाव इतना अधिक है तो उन्हें मुख्यमंत्री से कहकर पद छोड़ देना चाहिए। गहलोत ने कहा कि निचले स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत से गुंडागर्दी हो रही है और छात्रों में भय का माहौल बन गया है।
गहलोत ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक करार देते हुए कहा कि विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस सत्ता के अहंकार में विपक्ष की आलोचना और विरोध तक सहन नहीं कर पा रहे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी आरएसएस को स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाला संगठन बता रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि आरएसएस ने संविधान और तिरंगे को कभी स्वीकार नहीं किया और आजादी की लड़ाई में उनकी कोई भूमिका नहीं रही।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए और कहा कि देश का लोकतंत्र चीन और रूस जैसी स्थिति की ओर बढ़ता दिख रहा है, जहाँ चुनाव होते हैं लेकिन परिणाम हमेशा एक ही पार्टी के पक्ष में आते हैं। उन्होंने इसे भविष्य की पीढ़ी के लिए सबसे बड़ी चिंता बताया।
गहलोत ने युवाओं से आह्वान किया कि वे विचार करें, मनन करें और तय करें कि कौन सही है और कौन गलत। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अहिंसा और महात्मा गांधी के रास्ते पर विश्वास करती है, जबकि भाजपा-आरएसएस हिंसा और गुंडागर्दी की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसी गुंडागर्दी नहीं रोकी गई तो स्थितियां और बिगड़ेंगी। गहलोत ने कहा कि आज सरकार इनकी है, लेकिन तीन साल बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर आज की गुंडागर्दी करवाने वाले अधिकारी भागते फिरेंगे।