जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने अब तक जब्त किए गए अवैध मादक पदार्थों को आग के हवाले कर दिया। इन मादक पदार्थों की अनुमानित कीमत 12 करोड़ 21 लाख 94 हजार 800 रुपये बताई गई है। यह नशे की खेप कोटा पुलिस ने करीब दो वर्षों से सुरक्षित रखी हुई थी।
अवैध मादक पदार्थों को नष्ट करने की कार्रवाई जगपुरा चौकी, थाना रानपुर में आबकारी विभाग के दो स्वतंत्र गवाहों की मौजूदगी में की गई। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
शहर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि कोटा शहर के विभिन्न थानों में दर्ज एनडीपीएस एक्ट की धारा 52-ए के तहत 212 मामलों में जब्त कुल 2595.471 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। यह मादक पदार्थ वर्ष 2024 से 2025 के बीच दादाबाड़ी, महावीर नगर, रानपुर सहित अन्य थानों द्वारा जब्त किए गए थे।
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नष्ट किए गए मादक पदार्थों में 2291 किलो 825 ग्राम डोडाचूरा, 291 किलो 716 ग्राम गांजा, 8 किलो 405 ग्राम चरस, 270 ग्राम एमडी और 3 किलो 255 ग्राम स्मैक शामिल हैं। इन सभी मामलों के जब्त माल का भौतिक सत्यापन जिला स्तरीय औषधि व्ययन समिति द्वारा किया गया, जिसके बाद सिटी एसपी की अध्यक्षता में इन्हें नष्ट करने की अनुमति दी गई।
लापरवाही पर रानपुर एसएचओ लाइन हाजिर
इसी बीच रानपुर थाने की एसएचओ बृजबाला को लापरवाही बरतने के आरोप में शहर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने लाइन हाजिर कर दिया है। बृजबाला ने करीब 14 दिन पहले ही रानपुर थाने का चार्ज संभाला था। उनके खिलाफ यह कार्रवाई एक शिकायत के बाद की गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अनंतपुरा पुलिस द्वारा पकड़े गए करीब डेढ़ करोड़ रुपये के डोडाचूरा तस्करी मामले की जांच में लापरवाही की शिकायत सामने आई थी। बृजबाला ने एक दिन पहले ही आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड लिया था। फिलहाल रानपुर थाने का चार्ज एक सब-इंस्पेक्टर को सौंपा गया है। मामले की जांच जारी है।