जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब रावतभाटा रोड स्थित एक मकान और वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (कोटा) परिसर में कोबरा सांप दिखाई दिए। दोनों स्थानों पर सूचना मिलते ही स्नेक कैचर गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे और सफलतापूर्वक दोनों कोबरा सांपों को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया।
गोविंद शर्मा ने बताया कि मौसम में बदलाव के चलते सांपों के बाहर निकलने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। हाल के दिनों में अधिकांश कोबरा सांप ठंडी और नम जगहों पर देखे जा रहे हैं। राहत की बात यह है कि अब तक रेस्क्यू किए गए किसी भी सांप ने किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया है।
पहली घटना नयागांव इलाके की है, जहां एक मकान की रसोई में करीब 5 फीट लंबा कोबरा सांप दिखाई दिया। घर में रहने वाले रोहित आर्य ने बताया कि उनके पिता के घर लौटने पर गेट खोला गया तो रसोई से फुफकारने की आवाजें आने लगीं। अंदर जाकर देखा तो गैस चूल्हे के पास सांप मौजूद था। स्नेक कैचर गोविंद शर्मा ने बताया कि मौके पर पहुंचने पर पता चला कि रसोई में चूहे पकड़ने का एक पिंजरा रखा था, जिसमें एक चूहा फंसा हुआ था। कोबरा उसी को शिकार बनाने की कोशिश कर रहा था।
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दूसरी घटना रावतभाटा रोड स्थित वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी परिसर की है, जहां कर्मचारियों ने कूलर के अंदर कोबरा प्रजाति का सांप देखा। घबराए कर्मचारियों ने तुरंत सूचना दी, जिसके बाद गोविंद शर्मा मौके पर पहुंचे। सांप करीब 5.5 फीट लंबा था और कूलर की स्विच बॉडी के अंदर फंसा हुआ था। रेस्क्यू के दौरान काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन अंततः सांप को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
सांप के पकड़े जाने के बाद कर्मचारियों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
गोविंद शर्मा ने बताया कि इन दोनों जगहों के आसपास वन क्षेत्र और चंबल नदी का किनारा है, जहां से सांप अक्सर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं।