जिले में कुंतेश्वर महादेव मंदिर में जल चढ़ाने को लेकर कांवड़ यात्रा में शामिल एक युवक ने जल नहीं चढ़ाने देने और जातिगत भेदभाव करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में मंगलवार को नगर परिषद सभापति अशोक टांक के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर एडीएम नरेश बुनकर को ज्ञापन सौंपा गया।
युवक यशवंत ने बताया कि सोमवार सुबह जब वह कुंतेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा तो वहां उसकी जाति पूछकर उसे जल चढ़ाने से रोक दिया गया। वहीं प्रदर्शन में शामिल नरेश पालीवाल ने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो कांवड़ यात्रा की पूरी शिव टोली मंदिर पहुंचेगी और जलाभिषेक करेगी।
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इस मामले में मंदिर समिति से जुड़े लाल सिंह ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मंदिर की परंपरा के अनुसार गर्भगृह में केवल धोती पहनकर ही प्रवेश की अनुमति है। यशवंत ने हाफ पैंट पर केवल गमछा डाल रखा था, जिसे गार्ड ने मर्यादा के अनुरूप नहीं माना और उन्हें धोती पहनकर आने को कहा। इसके बाद वह नाराज होकर लाइन से बाहर चले गए और कुछ देर बाद गार्ड से बहस करने लगे। उन्होंने कहा कि जातिगत टिप्पणी या किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया है। श्रावण मास के दौरान हजारों श्रद्धालु जल चढ़ाते हैं और सभी समुदायों के लोग यहां आते हैं। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं और उनकी रिकॉर्डिंग प्रशासन को जांच के लिए उपलब्ध कराई जा रही है। यदि शिव टोली जल चढ़ाने आती है, तो उनका स्वागत है लेकिन मंदिर की मर्यादा का पालन अनिवार्य होगा।
मंदिर के पुजारी महेन्द्र पुरी ने भी कहा कि मंदिर में प्रवेश के लिए धोती अनिवार्य है और इसी नियम के तहत युवक से अनुरोध किया गया था। वहीं क्षेत्रवासी भेरूलाल ने बताया कि वे बचपन से मंदिर में जलाभिषेक करते आ रहे हैं और कभी किसी प्रकार की रोकटोक या भेदभाव का अनुभव नहीं हुआ। मामले को लेकर एससी-एसटी सेल के पुलिस उप अधीक्षक राहुल जोशी ने बताया कि परिवादी की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।