प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घाना गणराज्य के दौरे पर हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए भारत के विशाल लोकतंत्र से संबंधित इतना बड़ा आंकड़ा संसद में पेश किया कि संसद में मौजूद घाना गणराज्य के सभी सांसद जोर-जोर से हंसने लगे, कुछ तो आश्चर्यचकित रह गए। घाना के संसद में मौजूद सांसदों की प्रतिक्रिया देखकर पीएम मोदी भी मुस्कुराने लगे।
घाना गणराज्य की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है। हमारे लिए लोकतंत्र एक व्यवस्था नहीं है, बल्कि संस्कार है। पीएम मोदी ने बताया कि भारत में 2,500 से ज़्यादा राजनीतिक दल हैं, 20 अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग राज्यों पर शासन करती हैं, 22 आधिकारिक भाषाएं हैं, हजारों बोलियां हैं। यही वजह है कि भारत आने वाले लोगों का हमेशा खुले दिल से स्वागत किया जाता है। पीएम मोदी की ये बातें सुनकर सदन में हंसी ठहाके की आवाजें सुनाई देने लगीं। घाना के संसद में मौजूद सांसद हंसने लगे। तो वहीं, पीएम मोदी भी हंसने लगे।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को दो दिवसीय यात्रा पर घाना पहुंचे हैं। गुरुवार को घाना ने पीएम मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से सम्मानित किया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने घाना की संसद को संबोधित किया। संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सर्वोच्च सम्मान देने के लिए आभार जताया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज इस प्रतिष्ठित सदन को संबोधित करते हुए मुझे अत्यंत गौरव का अनुभव हो रहा है।
घाना में होना सौभाग्य की बात है, यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतंत्र की भावना से ओतप्रोत है। पीएम मोदी ने आगे कहा, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रतिनिधि के रूप में मैं अपने साथ 1.4 अरब भारतीयों की सद्भावना और शुभकामनाएं लेकर आया हूं। घाना से मिले सर्वोच्च सम्मान के लिए मैं 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं।